शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया कि जबकि डॉल्फिन और तोते को अपनी प्रजाति के अन्य लोगों की आवाज की नकल करके एक-दूसरे को संबोधित करते हुए देखा गया है, हाथी पहले ऐसे जानवर हैं जिन्हें ऐसे नामों का उपयोग करने के लिए जाना जाता है जिनमें नकल शामिल नहीं है।
हाथी (Elephant) एक-दूसरे को अलग-अलग नामों से पुकारते हैं, जो वे अपने साथी के लिए बनाते हैं। यह तथ्य अफ्रीकी सवाना हाथियों पर किए गए शोध में सामने आया है। शोधकर्ताओं की एक टीम ने केन्या में अफ्रीकी सवाना हाथियों के दो जंगली झुंडों की आवाज का विश्लेषण करने के लिए एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआइ) एल्गोरिथ्म का उपयोग किया। शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया कि जबकि डॉल्फिन और तोते को अपनी प्रजाति के अन्य लोगों की आवाज की नकल करके एक-दूसरे को संबोधित करते हुए देखा गया है, हाथी पहले ऐसे जानवर हैं जिन्हें ऐसे नामों का उपयोग करने के लिए जाना जाता है जिनमें नकल शामिल नहीं है।
यह अध्ययन नेचर इकोलॉजी एंड इवोल्यूशन जर्नल में प्रकाशित हुआ था। अलग-अलग स्वरों का करते है उपयोग शोधकर्ताओं ने बताया कि एक हाथी दूसरे हाथी (Elephant) के लिए अलग-अलग स्वरों का उपयोग करता हैं और जब कोई एक हाथी दूसरें हाथी को बुलाता है तो वो उसकी पहचान करके उस पर प्रतिक्रिया भी देता है। शोधकर्ताओं ने मशीन-लर्निंग एल्गोरिदम का उपयोग करते हुए 469 अलग-अलग आवाजों की पहचान की, जिसमें 101 हाथी आवाज लगा रहे थे और 117 हाथी सुनी हुई आवाजों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। हाथी कई तरह की आवाजें निकालते हैं, तेज से लेकर इतनी धीमी कि उन्हें मानव कान से नहीं सुना जा सकता।
हाथियों की आवाज में हमेशा नामों का इस्तेमाल नहीं किया जाता लेकिन जब नाम पुकारे जाते थे, तो यह अक्सर लंबी दूरी पर बैठे साथी के लिए होते है और ज्यादातर ऐसा तब होता है जब एक कोई वयस्क हाथी युवा हाथी को पुकार रहा होता है। शोधकर्ताओं ने बताया कि जब हाथी अपने दोस्त या परिवार के सदस्य को पुकारते हैं तो बोलने और सुनने वालों की प्रतिक्रिया बहुत पॉजिटिव और ऊर्जावान होती है। वहीं, जब वो किसी और को पुकारते है या कोई और उन्हें पुकारता है तो प्रतिक्रिया में कम उत्साह होता है।