Hamas release: हमास ने इज़राइल की महिला सैनिकों को बहुत ही अजीब तरीके से रिहा किया। उसने उन्हें पहले सर्टिफिकेट और उसके बाद चाबियों का एक गुच्छा दिया। ये हाथ में लेकर उनसे परेड कराई गई।
Hamas release: इज़राइल के साथ युद्ध विराम समझौते के तहत हमास ने बंधक बनाई गई चार इज़राइली महिला सैनिकों (Israeli women soldiers) लिरी, डेनिएला, करीना और नामा को रिहा किया (Hamas release), लेकिन रिहा करने से पहले हमास ने इन महिला सैनिकों को एक अजीब गिफ्ट पैकेट (military gifts) दिया। हमास के प्रोपेगैंडा वीडियो में इज़राइल की महिला सैनिकों को गिफ्ट दिखाने के लिए मजबूर किया गया। इस तोहफे में एक फ्रेमयुक्त सर्टिफिकेट और चाबी का गुच्छा शामिल था, जो ग़ाज़ा (Gaza conflict ) में बिताए गए उनके 15 महीने बुरे ख्वाब की याद दिलाता रहेगा।
हमास ने इस वीडियो को रिकॉर्ड किया और तब जारी किया जब इज़राइली बंधक करीना एरीव (20), डेनिएला गिल्बोआ (20), नामा लेवी (20) और लिरी एलबाग को रेड क्रॉस को सौंप दिया गया। चारों महिला सैनिकों को 7 अक्टूबर 2023 के हमास के आतंकवादी हमले के दौरान इज़राइल से अग़वा कर लिया गया था और तब से ग़ाज़ा में ही रखा गया था।
जानकारी के मुताबिक, महिला सैनिकों को एक प्रमाण पत्र और फिलिस्तीनी झंडे के साथ चाबी का गुच्छे के साथ 'कैदी रिहाई फॉर्म' दिया गया। ये सारे तोहफे एक भूरे रंग के बैग में आए थे, जिसके सामने हमास की सशस्त्र शाखा एजेदीन अल-कासम ब्रिगेड का प्रतीक चिह्न बना हुआ है।
तोहफे हाथ में लेने के बाद सभी महिला सैनिकों को हमास की ओर से तैयार किए गए एक स्टेज पर ले जाया गया। दर्जनों हथियारबंद और नकाबपोश हमास और फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद के बंदूकधारी ग़ाज़ा के चौक पर स्थापित मंच के चारों ओर घेरा बना कर खड़े हुए थे। अपहरणकर्ताओं के साथ शांति से मंच पर चलने के बाद चारों ने हमास की जुटाई भीड़ की ओर हाथ हिलाया। इसके बाद उन्हें रेड क्रॉस के हवाले कर दिया गया, जो बंधकों की अदला-बदली में भूमिका निभा रही है।