हिज़बुल्लाह के चीफ नईम कासिम ने साफ कर दिया है कि उनका संगठन हथियार नहीं डालेगा, भले ही इसके लिए उन्हें लड़ाई जारी रखनी पड़े।
लेबनान (Lebanon) की सरकार, आतंकी संगठन हिज़बुल्लाह (Hezbollah) के खिलाफ हो गई है। दरअसल लेबनान की सरकार चाहती है कि ईरान समर्थित आतंकी संगठन हिज़बुल्लाह का देश में निरस्त्रीकरण कर दिया जाए। लेबनान की सरकार 2025 के अंत तक हिज़बुल्लाह का निरस्त्रीकरण करना चाहती है। कहा जा रहा है कि लेबनान सरकार ने देश में हिज़बुल्लाह के निरस्त्रीकरण करने का फैसला अमेरिका (United States Of America) के दबाव में लिया है। अमेरिका ने इज़रायल (Israel) के हितों को ध्यान में रखते हुए लेबनान पर हिज़बुल्लाह के निरस्त्रीकरण का दबाव बनाना शुरू किया है। लेबनान की सरकार के इस फैसले पर हिज़बुल्लाह के चीफ की प्रतिक्रिया भी सामने आ गई है।
हिज़बुल्लाह चीफ नईम कासिम (Naim Qassem) ने लेबनान सरकार को चेतावनी दी है कि अगर उन पर हथियार डालने का दबाव बनाया गया, तो देश में सिविल वॉर हो सकता है। कासिम ने कहा कि लेबनान सरकार को उनके साथ रहना चाहिए, तभी देश में शांति रहेगी।"
कासिम ने आगे कहा कि हिज़बुल्लाह ने निरस्त्रीकरण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन स्थगित कर दिया है क्योंकि उनका मानना है कि बातचीत अभी भी संभव है। कासिम ने यह भी कहा किअपने हथियारों के भंडार को बनाए रखने उनका संगठन लड़ाई जारी रखने के लिए तैयार है।