अमेरिका को यमन के हूती विद्रोहियों के खिलाफ एक बड़ी कामयाबी मिली है। अमेरिकी हवाई हमले में हूतियों के एक अहम व्यक्ति का खात्मा हो गया है।
इज़रायल-हमास युद्ध (Israel-Hamas War) के चलते यमन (Yemen) के हूती विद्रोहियों (Houthis) ने भी इज़रायल की खिलाफत कर दी और साथ ही यह भी साफ कर दिया कि वो इज़रायल के समर्थकों की भी खिलाफत करेंगे। हमास के खिलाफ इस युद्ध में अमेरिका (United States Of America) शुरू से ही इज़रायल का समर्थक रहा है और ऐसे में हूती विद्रोहियों ने अमेरिका के खिलाफ भी हुंकार भर दी। हूती विद्रोहियों और अमेरिका के बीच चल रहे तनाव की वजह से ही पिछले कुछ महीनों में हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में अमेरिका, इज़रायल और यूके (UK) की कई शिप्स को अपना निशाना बनाया है। ऐसे में अमेरिका भी समय-समय पर हूती विद्रोहियों के ठिकानों को निशाना बनाता है। एक बार फिर अमेरिका को हूतियों के खिलाफ कामयाबी मिली है।
यमन में हूती विद्रोहियों के खिलाफ जारी हवाई हमलों में अमेरिकी सेना को बड़ी कामयाबी मिली है। अमेरिकी सेना ने हूती विद्रोहियों के वरिष्ठ इंटेलीजेंस चीफ अब्दुल नासिर सरहान अल-कमाली (Abdul Nasser Sarhan al-Kamali) को ढेर कर दिया है। हूती विद्रोहियों ने भी इसकी पुष्टि की है। हूती विद्रोहियों से जुड़े मीडिया आउटलेट्स ने बताया कि अमेरिकी सेना ने सोमवार रात को यमन में हुदैदाह, मारिब और हूती नियंत्रित राजधानी सना में हवाई हमले किए हैं और इन्हीं में अल-कमाली मारा गया।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने भी कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर हूती विद्रोहियों के ठिकाने पर अमेरिकी एयरस्ट्राइक का वीडियो शेयर किया था। ट्रंप ने यह भी लिखा था कि इस हमले के बाद हूती विद्रोही फिर कभी अमेरिकी शिप्स पर हमला करके उन्हें नहीं डुबोएंगे। अमेरिका, समय-समय पर हूतियों के ठिकानों पर हवाई हमले करते हुए उन्हें चोट पहुंचाता है।