Help Desk for NRIs: प्रवासी भारतीय अपने देश, अपनी माटी और अपनी धरती की सेवा करने का पूरा जज़्बा रखते हैं और वे अलग-अलग फील्ड में होते हुए भी कुछ नया और कुछ अच्छा करना चाहते हैं।
Help Desk for NRIs: एम आई ज़ाहिर/ सरकार की ओर से प्रवासी भारतीयों (NRIs) के लिए हैल्प डेस्क ( Help Desk) बनाई जाए। बीडीएस, एमडीएस, पीजीसीई एंडोडोंटिक्स, एफपीएफए (USA) करने वाली राजस्थान के कोटा मूल की प्रवासी भारतीय कॉस्मेटिक डेंटिस्ट और माइक्रो एंडोडॉन्टिस्ट डॉ. दिशा गुप्ता ( Dr. Disha Gupat) ने ऑस्ट्रेलिया से पत्रिका से एक्सक्लूसिव इंटरव्यू ( Patrika exclusive interview) में यह बात कही। ध्यान रहे कि वे 15 वर्षों से दंत चिकित्सा की प्रैक्टिस (dental care) कर रही हैं, जिसमें 9 वर्षों तक दुबई में विशेषज्ञता कार्य और वर्तमान में ब्रिस्बेन ऑस्ट्रेलिया में विशेषज्ञता कार्य शामिल है। पेश है उनसे हुई बातचीत के संपादित अंश:
सवाल -राजस्थान सरकार को ऐसा क्या करना चाहिए कि प्रवासी भारतीय उद्योगपति दिल खोलकर राजस्थान में निवेश करें?
जवाब -सरकार को एकल-खिड़की प्रणाली के माध्यम से आसान मंजूरी, निवेशकों के लिए कर लाभ, बिजली लाभ और उद्योगों के लिए अच्छा बुनियादी ढांचा बनाना चाहिए। इसीलिए मेरी सोच है कि प्रवासी भारतीयों के लिए हैल्प डेस्क की व्यवस्था की जानी चाहिए।
सवाल-आपकी नजर में उद्योगपतियों के राजस्थान में निवेश करने के लिए राजस्थान क्यों महत्वपूर्ण है?
जवाब -राजस्थान निवेश के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां समृद्ध विरासत, सांस्कृतिक स्थल, ऐतिहासिक प्रासंगिकता है। खनिज (संगमरमर, जस्ता) जैसे प्रमुख संसाधन, एक मजबूत पर्यटन क्षेत्र और प्रमुख व्यापार मार्गों को जोड़ने वाला एक रणनीतिक स्थान। साथ ही, यहां सरकार की ओर से अच्छी नीतियां और प्रोत्साहन दिए जाते हैं।
सवाल-आप राइजिंग राजस्थान में शामिल हुईं, आपकी नजर में इसकी उपयोगिता और महत्व क्या रहा?
जवाब -उभरते राजस्थान में निवेश बढ़ रहा है, जिससे रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। यह प्लेटफॉर्म निवेशकों को राजस्थान की नीतियों और व्यावसायिक अवसरों की जानकारी में मदद करता है।
सवाल-इस बार का राइजिंग राजस्थान आयोजन कैसे अलग था ?
जवाब -इस बार का उभरता हुआ राजस्थान खास रहा क्योंकि इसमें स्टार्टअप, नवीकरणीय ऊर्जा और हरित निवेश जैसे नए क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। साथ ही, आवेदकों ने प्रक्रियाओं को सरल बनाने और व्यावहारिक समाधानों पर जोर दिया, जिससे उनकी समस्याओं का समाधान तेजी से हो सके।
सवाल-क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से राजस्थान में निवेश की संभावनाएं बढ़ गई हैं?
जवाब-हां, पीएम मोदी के नेतृत्व में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में सुधार हुआ है। मोदी के नाम से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है, और केंद्र-राज्य के बेहतर मूल्यांकन से राजस्थान में निवेश की संभावना बढ़ी हैं।
जवाब-राजस्थान को पर्यटन, नवीकरणीय ऊर्जा और कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देना चाहिए। साथ ही, स्थानीय युवाओं के कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों और निवेशकों के साथ नियमित संचार होना चाहिए। हरित निवेश को भी मंजूरी मिले।
सवाल- विदेश में रहते हुए राजस्थान में निवेश को बढ़ावा देने में आपकी क्या भूमिका रहेगी?
जवाब-एक दंत चिकित्सक के नाते, मैं राजस्थान में मौखिक स्वास्थ्य जागरूकता और दंत चिकित्सा देखभाल पहल को बढ़ावा दे सकती हूं। वहीं स्वास्थ्य सेवा और दंत चिकित्सा देखभाल क्षेत्रों में अवसर के बारे में जानकारी साथ ही मैंने सामाजिक योगदान विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्र में 'डेंटल केयर ऑन व्हील्स' जैसे प्रोजेक्ट शुरू करने का सुझाव दिया है।