
NRI Doctor Pranav Sharma
Anti-aging and longevity center: एम आई ज़ाहिर/ हमेशा जवान दिखना चाहने वाले लोगों के लिए एक ख़ुशख़बरी है। जी हां! अब आपकी बढ़ती उम्र और बुढ़ापा रोका जा सकता है। इसके लिए भारत का पहला एंटी-एजिंग (Anti-aging) और लॉन्गिविटी सेंटर जयपुर में स्थापित किया जाएगा। अमेरिका में बसे प्रवासी भारतीय ( NRI ) एंटी-एजिंग विशेषज्ञ डॉ. प्रणव शर्मा ( Dr. Pranav Sharma) ने एक्सक्लूसिव इंटरव्यू (patrika Exclusive Interview) में यह जानकारी दी। उन्होंने एक सवाल के जवाब में बताया कि आधुनिक जीवन शैली, बदलते समय में बढ़ते तनाव, अस्वास्थ्यकर आहार और गतिहीन जीवनशैली से लोगों का स्वास्थ्य ( health) बुरी तरह प्रभावित होने से बचाने के लिए यह एक अहम कदम है। क्यों कि आज न केवल बीमारियां बढ़ रही हैं, बल्कि उम्र प्रभावित होने (Longevity ) की प्रक्रिया भी तेज हो गई है। इस गंभीर समस्या का समाधान (Anti-aging solutions) किया जाएगा।
डॉ. प्रणव शर्मा ने बताया कि यह केंद्र लोगों के स्वास्थ्य को सुधारने, दीर्घायु का लक्ष्य प्राप्त करने और बीमारियों को रोकने के उद्देश्य से एक क्रांतिकारी पहल साबित होगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए डॉ. शर्मा ने राजस्थान सरकार से सहयोग करने की अपील की है।
उन्होंने कहा कि आधुनिक जीवनशैली, जिसमें तनाव, अस्वास्थ्यकर आहार और कम शारीरिक गतिविधि शामिल है, लोगों की जैविक उम्र (Physiological Age) को उनकी वास्तविक उम्र से अधिक बढ़ा रही है। उनके अनुसार, सही आहार, व्यायाम और नींद की आदतों के कारण लोगों की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा किया जा सकता है और उनकी जीवन प्रत्याशा को 100 वर्षों तक बढ़ाया जा सकता है। वे कहते हैं,“हमारा उद्देश्य है कि लोग बीमार न पड़ें, बल्कि स्वस्थ और सक्रिय जीवन जीएं। यह केंद्र लोगों को बीमारियों से बचाने और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी करने के लिए समर्पित होगा।”
डॉ. शर्मा ने बताया, यह केंद्र आधुनिक चिकित्सा, जीनोमिक्स (Genomics), और व्यक्तिगत स्वास्थ्य देखभाल पर आधारित होगा। इसकी प्रमुख विशेषताएं इस तरह हैं:
डॉ. शर्मा का यह प्रयास आधुनिक वैज्ञानिक अनुसंधान पर आधारित है। उनकी ओर से उपयोग की जाने वाली तकनीकों को कई शोधों का समर्थन प्राप्त है:
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के एक शोध में पाया गया है कि कैलोरी प्रतिबंध और इंटरमिटेंट फास्टिंग उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमा कर सकते हैं। इस अध्ययन ने साबित किया है कि सही आहार और नियमित व्यायाम जैविक उम्र को 10-15 वर्षों तक कम कर सकते हैं।
The Lancet में प्रकाशित एक शोध ने यह बताया गया हैै कि डीएनए आधारित स्वास्थ्य देखभाल और माइक्रोन्यूट्रिएंट पूरकता से उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को 40% तक धीमा किया जा सकता है।
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑन एजिंग के शोध में बताया गया है कि शारीरिक गतिविधि, नींद और पोषण जीवन प्रत्याशा को बढ़ाने और स्वास्थ्य में सुधार करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
डॉ. शर्मा ने बताया कि उन्होंने इस परियोजना को सफल बनाने के लिए राजस्थान सरकार से सहयोग मांगा है। उनका मानना है कि सरकार के समर्थन से यह केंद्र देश में जयपुर को स्वास्थ्य सुधार और दीर्घायु के क्षेत्र में एक नई पहचान दिला सकता है। हमारा उद्देश्य न केवल बीमारियों को रोकना है, बल्कि एक ऐसा समाज बनाना है, जहां लोग स्वस्थ और सक्रिय जीवन जीएं। राजस्थान सरकार के सहयोग से हम इस लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।
यह केंद्र डायबिटीज, मोटापा और हृदय रोग जैसी बीमारियों को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
केंद्र लोगों को सक्रिय और तनावमुक्त जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करेगा।
यह केंद्र आधुनिक तकनीकों और चिकित्सा सेवाओं को जनता तक पहुंचाएगा।
लोगों को स्वास्थ्य और दीर्घायु के महत्व को समझाने के लिए कार्यशालाएं और सामुदायिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
डॉ. शर्मा ने बताया कि जयपुर में प्रस्तावित यह एंटी-एजिंग और लॉन्गिविटी सेंटर न केवल राजस्थान बल्कि पूरे भारत के लिए एक मिसाल बनेगा। यदि राज्य सरकार इस परियोजना को समर्थन देती है, तो यह देश में स्वास्थ्य और दीर्घायु के क्षेत्र में एक नई क्रांति ला सकता है। उनका कहना है, “मेरा सपना है कि हर व्यक्ति बीमारियों से मुक्त होकर 100 साल तक जी सके। यह केंद्र केवल एक चिकित्सा सुविधा नहीं होगा, बल्कि यह स्वास्थ्य और दीर्घायु के लिए एक आंदोलन होगा।
Published on:
23 Dec 2024 01:36 pm
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