India Japan joint military exercise: भारत और जापान की सेना 25 फरवरी से 9 मार्च तक जापान के माउंट फ़ूजी में संयुक्त सैन्य अभ्यास करेगी। पिछले साल अक्टूबर में सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी की हुई जापान यात्रा के बाद यह घोषणा की गई है।
India Japan joint military exercise: "भारत (India) और जापान के बीच छठा संयुक्त सैन्य अभ्यास धर्मा गार्जियन 2025 इस बार 25 फरवरी से 09 मार्च 2025 तक जापान के माउंट फ़ूजी में होगा। दोनों देशों के बीच इस संयुक्त सैन्य अभ्यास (joint military exercise) का उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र के आदेश के तहत आतंकवाद (terrorism) से मुकाबला करने के लिए दोनों सेनाओं के बीच आंतरिक क्षमता बढ़ाना है। भारतीय सेना ने एक्स पर भी लिखा है, "भारत और जापान (Japan) के बीच द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को और मजबूत करेंगे।"
पिछले साल भारत और जापान के बीच वार्षिक अभ्यास राजस्थान में आयोजित किया गया था। यह संयुक्त अभ्यास भारत और जापान के बीच सैन्य सहयोग को गहरा करने का प्रतीक है। धर्मा गार्जियन जापान ग्राउंड सेल्फ-डिफेंस फोर्स (JGSDF) और भारतीय सेना के साथ-साथ जापान एयर सेल्फ-डिफेंस फोर्स (JASDF) के बीच पहला आतंकवाद विरोधी अभ्यास और भारतीय नौसेना और जापानी समुद्री आत्मरक्षा बल (JMSDF) के बीच एक नौसैनिक अभ्यास है।
भारत में आतंकवाद, खासकर पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादी संगठनों से प्रायोजित है। कश्मीर में आतंकवाद, आतंकवादी हमले जैसे मुंबई हमले (2008), पठानकोट हमला (2016), और उरी हमला (2016) भारत में आतंकवाद की भयावहता दर्शाते हैं। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कई कदम उठाए हैं, जिनमें सुरक्षा बलों का संचालन, राष्ट्रीय सुरक्षा कानून और आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शामिल है।
जापान में आतंकवाद की समस्या अपेक्षाकृत कम है, लेकिन फिर भी वहां भी आतंकवाद और हिंसक कट्टरपंथी विचारधाराओं से निपटने की आवश्यकता है। जापान में कुछ स्थानीय आतंकवादी समूह सक्रिय हैं, लेकिन देश में बड़े पैमाने पर आतंकवादी हमले नहीं हुए हैं। हालांकि, जापान ने वैश्विक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और वह संयुक्त राष्ट्र के आतंकवाद-रोधी पहल में सक्रिय भागीदार रहा है।