Israel-Hamas War: इज़राइल-हमास युद्ध के चलते इज़राइल ने कहा है कि वह बच्चों को नुकसान पहुंचाने वाले देशों और संस्थाओं की काली सूची में शामिल करने के संयुक्त राष्ट्र महासचिव के फैसले को नहीं मानता।
Israel-Hamas War: इज़राइल-हमास युद्ध के चलते इज़राइल के विदेश मंत्री इज़राइल ( Israel) काट्ज़ ने आईडीएफ ( इज़राइल रक्षा बलों) को संघर्ष के दौरान बच्चों को नुकसान पहुंचाने वाले देशों और संस्थाओं की काली सूची में शामिल करने के संयुक्त राष्ट्र ( UN) महासचिव के फैसले की आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि इज़राइल इसे अस्वीकार करता है। इस कदम को "घृणा के साथ" और "शर्मनाक" कहा जा रहा है।
काट्ज़ (Katz)ने कहा कि सूची में आईडीएफ ( IDF) को शामिल करने का निर्णय पूरी तरह से संयुक्त राष्ट्र ( UN) महासचिव पर निर्भर है और यह "इज़राइल के प्रति उनकी शत्रुता और उनकी जानबूझ कर उपेक्षा का एक और सुबूत है, और यह पहली बार नहीं है, 7 अक्टूबर को हमास ( Hamas) का हमला हुआ और इज़राइल को आत्मरक्षा का अधिकार है। यह वही संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने संयुक्त राष्ट्र के विशेष प्रतिनिधि पैटन की ओर से इस विषय पर लिखी गई रिपोर्ट के बावजूद हमास के यौन अपराधों को नजरअंदाज करना चुना।"
उन्होंने कहा "इज़राइल और फ़िलिस्तीनियों के संबंध में महासचिव की रिपोर्ट असत्यापित और विकृत डेटा पर आधारित है, जो OCHA (मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय) जैसे संगठनों की ओर से विकृत और पक्षपाती रिपोर्टों के उद्योग का हिस्सा है, जिसने हाल ही में संख्या कम कर दी है।
काट्ज़ ने कहा कि गाजा में युद्ध में बिना किसी स्पष्टीकरण के एक दिन में आधे बच्चों और महिलाओं की मौत और हमास के स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों पर भरोसा करने से इन रिपोर्टों की विकृतियां दुनिया के सामने आ जाएंगी। उन्होंने घोषणा की, "आईडीएफ दुनिया की सबसे नैतिक सेना है और कोई भी काल्पनिक रिपोर्ट इसे नहीं बदलेगी, इस कदम से संयुक्त राष्ट्र के साथ इज़राइल के संबंधों पर "परिणाम" होंगे।