Kyrgyzstan's Big Decision: किर्गिज़स्तान ने तालिबान के विषय में एक बड़ा फैसला लिया है। किर्गिज़स्तान की सरकार ने तालिबान को आतंकी संगठनों की लिस्ट से हटा दिया है।
तालिबान (Taliban) दुनियाभर में सबसे खूंखार आतंकी संगठनों में से एक है। अफगानिस्तान (Afghanistan) बेस्ड इस्लामिक आतंकी संगठन तालिबान ने 15 अगस्त 2021 को अपने देश में तख्तापलट करते हुए सत्ता पर कब्ज़ा जमा लिया था। तभी से तालिबान ने अफगानिस्तान में सबकुछ बदल दिया है और अफगानिस्तान की जनता काफी मुश्किल हालातों में जी रही है। इतना ही नहीं, तालिबान के सत्ता में लौटते ही पाकिस्तान (Pakistan) में भी आतंकी हमलों के मामले बढ़ गए हैं। दुनिया के ज़्यादातर देशों ने तालिबान को आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है। पर पिछले कुछ समय में कुछ देशों ने तालिबान को आतंकी संगठनों की अपनी लिस्ट से हटाने की बात कही है और रूस (Russia) ने तो ऐसा कर भी दिया है। अब एक और देश ने तालिबान को आतंकी संगठनों की अपनी लिस्ट से हटा दिया है।
किर्गिज़स्तान ने तालिबान को आतंकी संगठनों की लिस्ट से हटाया
किर्गिज़स्तान (Kyrgyzstan) ने तालिबान को आतंकी संगठनों की अपनी लिस्ट से हटा दिया है। किर्गिज़स्तान के विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान के ज़रिए शुक्रवार को इस फैसले की जानकारी दी।
क्या है इस फैसले की वजह?
किर्गिज़स्तान के विदेश मंत्रालय के बयान में तालिबान को आतंकी संगठनों की अपनी लिस्ट से हटाने की वजह भी बताई गई। किर्गिज़स्तान ने यह फैसला क्षेत्रीय स्थिरता को मज़बूत करने और अफगानिस्तान (Afghanistan) से संवाद बनाए रखने के लिए लिया है। किर्गिज़स्तान और अफगानिस्तान दोनों ही एशियाई देश हैं। दोनों की बॉर्डर तो नहीं जुड़ती, लेकिन दोनों ही देशों की बॉर्डर उज़्बेकिस्तान (Uzbekistan) और ताज़िकिस्तान (Tajikistan) से लगती है। ऐसे में किर्गिज़स्तान की सरकार चाहती है कि इन दोनों देशों और आसपास के क्षेत्र में एक स्थिर और शांतिपूर्ण माहौल बना रहे और इसे ही ध्यान में रखते हुए किर्गिज़स्तान ने तालिबान को आतंकी संगठनों की अपनी लिस्ट से हटा दिया है।
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