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नेपाल: ओली का आम चुनाव से दूरी बनाने का ऐलान, राष्ट्रपति ने जताई चिंता

नेपाल के पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली ने आगामी चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है। इस पर प्रतिकियाओं का दौर शुरू हो गया है। पढ़ें पूरी खबर...

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Oct 20, 2025
नेपाल के पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली। (Image Source: Instagram)

नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एमाले) के अध्यक्ष और पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने आगामी आम चुनाव 2026 से अपनी पार्टी के दूर रहने की घोषणा कर राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। यह आम चुनाव 5 मार्च, 2026 को होने वाले हैं।
ओली के इस चौंकाने वाले ऐलान पर नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने असंतोष व्यक्त किया है। पार्टी के भीतर भी ओली के इस फैसले को लेकर विरोध के स्वर उठे हैं। एमाले के उपाध्यक्ष युवराज ज्ञवाली और अष्टलक्ष्मी शाक्य ने इस घोषणा का कड़ा विरोध किया है।

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नए दलों का उदय, पुराने दलों को चुनौती

धरान के मेयर हरक साम्पांग ने श्रम संस्कृति पार्टी , जबकि प्रोफेसर दिनेश प्रसाई और व्यवसायी बीरेन्द्र बस्नेत ने गतिशील लोकतांत्रिक पार्टी की स्थापना की है। जनमत पार्टी के एक गुट ने जनस्वराज पार्टी बनाई है, जिस पर फिलहाल न्यायालय की अंतरिम रोक है। वहीं, युवा नेता मिराज ढुंगाना ने एक नए दल का गठन किया है जो प्रत्यक्ष निर्वाचित प्रधानमंत्री की मांग कर रहा है।

15 के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज

नेपाल की भ्रष्टाचार निरोधक संस्था ने पूर्व अतिरिक्त स्वास्थ्य सचिव संगीता कौशल मिश्रा सहित 15 लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है। आरोप है कि इन अधिकारियों ने चिकित्सा उपकरणों की खरीद में अनियमितता कर सरकार को लगभग 14 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाया। मामला विशेष अदालत में दर्ज किया गया है।

युवाओं ने राजनीतिक दल बनाने की घोषणा

नेपाल में केपी शर्मा ओली की सरकार का तख्तापलट करने के बाद शनिवार, 18 अक्टूबर को Gen-Z समहू ने राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा की। युवाओं के समूह ने कहा कि अगले साल मार्च में होने वाले आम चुनाव में उनकी भागीदारी कुछ बुनियादी शर्तों के पूरा होने पर निर्भर करेगी। नेपाल में 5 मार्च 2026 को आम चुनाव होना है।

ये है जेन जेड का एजेंडा

जेन जेड समूह के नेता मिराज धुंगाना ने कहा कि वे Gen-Z युवाओं को एकजुट करने के लिए एक राजनीतिक दल बनाने पर विचार कर रहे हैं, लेकिन जब तक उनकी मूलभूत मांगों का समाधान नहीं हो जाता, तब तक वे चुनाव नहीं लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि हम प्रत्यक्ष रूप से निर्वाचित कार्यकारी प्रणाली और विदेशों में रहने वाले नेपाली नागरिकों के लिए मताधिकार की मांग कर रहे हैं। धुंगाना ने कहा कि जेन-जेड आंदोलन से जुड़े युवाओं को एकजुट करने के लिए एक राजनीतिक दल का गठन आवश्यक है। उन्होंने कहा कि देश में भ्रष्टाचार नियंत्रण के लिए एक नागरिक नेतृत्व वाली जांच समिति के गठन और आर्थिक परिवर्तन पर एक स्पष्ट नीति अपनाने पर जोर दिया है। हम सुशासन को बढ़ावा देने, पारदर्शिता और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने जैसे मुद्दों के लिए लड़ते रहेंगे. हम जेन-ज़ी युवाओं के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देंगे।

Published on:
20 Oct 2025 09:15 am
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