तख़्तापलट के बाद नेपाल में अंतरिम सरकार बनी है और सुशीला कार्की देश की पीएम नियुक्त हुई है। सत्ता संभालते हुए कार्की ने कई फैसले लिए हैं और हाल ही में उन्होंने 11 देशों से अपने राजदूत वापस बुलाने का फैसला लिया है।
नेपाल (Nepal) में जेन-ज़ी के हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद हुए तख्तापलट के बाद देश में अंतरिम सरकार बनी और सुशीला कार्की (Sushila Karki) को पीएम नियुक्त किया गया। नेपाल की पीएम बनने के बाद से कार्की ने देश की स्थिति में सुधार के लिए अहम फैसले लेने भी शुरू कर दिए। इसी बीच अब नेपाल की पीएम ने एक और बड़ा फैसला लिया है। उन्होंने 11 देशों से नेपाली राजदूतों को वापस बुला लिया है।
1. अमेरिका
2. चीन
3. ब्रिटेन
4. जापान
5. रूस
6. इज़रायल
7. जर्मनी
8. मलेशिया
9. कतर
10. सऊदी अरब
11. स्पेन
इन 11 देशों के राजदूतों को 6 नवंबर तक नेपाल वापस लौटने के लिए कहा गया है। इन राजदूतों को पूर्व पीएम केपी शर्मा ओली के कार्यकाल में नियुक्त किया गया था।
इन 11 देशों के राजदूतों को वापस बुलाने के पीछे राजनीतिक नियुक्ति को कारण बताया गया है। कहा जा रहा है कि नई सरकार नेपाल में चुनाव तक इन देशों का दखल नहीं चाहती है। इन देशों की तरफ से कोई दबाव न पड़े इसी बात को ध्यान में रखते हुए राजदूतों को हटाते हुए वापस बुलाया गया है।
नेपाल ने भारत (India) के शंकर शर्मा सहित 6 अन्य देशों से अपने राजदूत नहीं बुलाए गए हैं। पीएम कार्की ने खुद शर्मा के प्रदर्शन की समीक्षा की और उनके प्रदर्शन को संतोषजनक पाया। साथ ही उन्होंने महिला राजदूतों को वापस न बुलाने का निर्देश भी दिया है।