NHS Doctor Arrest: एनएचएस की जूनियर डॉक्टर डॉ. रहमेह अलादवान को जिहाद का नारा लगाने और हमास की तारीफ करने पर नस्लीय घृणा भड़काने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
NHS Doctor Arrest: ब्रिटेन की नेशनल हैल्थ सर्विस (NHS) में काम करने वाली एक जूनियर डॉक्टर डॉ. रहमेह अलादवान (
Dr. Rahmeh Aladwan) को नस्लीय घृणा भड़काने और गलत संदेश फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। 31 साल की यह ब्रिटिश-फिलिस्तीनी डॉक्टर ट्रॉमा और ऑर्थोपेडिक्स सर्जरी में ट्रेनिंग ले रही हैं। मंगलवार सुबह साउथ ग्लॉसेस्टरशायर में पुलिस ने उनके घर पर छापा मारा और उन्हें हथकड़ियां पहनाईं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ( Viral Video) में साफ दिख रहा है कि एक महिला अधिकारी उन्हें चार आरोप बता रही हैं, उन पर तीन दुर्भावनापूर्ण संचार के और एक नस्लीय घृणा भड़काने का आरोप लगाया गया।
डॉ. अलादवान ने लंदन की सड़कों पर एक प्रदर्शन के दौरान जिहाद को 'मान' कहा था और सशस्त्र फिलिस्तीनी लड़ाकों को 'हीरो' बताया था। उन्होंने इजरायल को 'आतंकी संस्था' करार दिया और उसके 'खात्मे' की बात की। यह सब अक्टूबर 7, 2023 के हमास हमले के बाद के प्रदर्शनों से जुड़ा हुआ है, जिसे उन्होंने 'इजरायल के लिए अपमान' कहा था। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने सोशल मीडिया पर भी ऐसे पोस्ट शेयर किए, जो यहूदियों के खिलाफ माने जा रहे हैं। गिरफ्तारी के दौरान उन्होंने पुलिस पर 'इजराइली यहूदी लॉबी' के दबाव का आरोप लगाया।
सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहे वीडियो में डॉ. अलादवान को हथकड़ियों में देखा जा सकता है। अधिकारी कह रही हैं, "आप चार अपराधों के लिए गिरफ्तार हैं: तीन बार दुर्भावनापूर्ण संचार और एक बार नस्लीय घृणा भड़काने के लिए।" यह कार्रवाई मालिशियस कम्युनिकेशन एक्ट की धारा 1 और मिसयूज ऑफ पब्लिक कम्युनिकेशन नेटवर्क की धारा 127 के तहत की गई है। वीडियो में डॉक्टर गुस्से में नजर आ रही हैं और पुलिस को चुनौती दे रही हैं। यह घटना मेडिकल ट्रिब्यूनल की सुनवाई से ठीक दो दिन पहले हुई, जहां उन्हें यहूदी-विरोधी बयानों के लिए पेश होना था।
यह वीडियो वायरल होते ही बहस छिड़ गई। कुछ लोग इसे फ्री स्पीच का दमन बता रहे हैं और कह रहे हैं कि गाजा में हो रही घटनाओं पर बोलना अपराध नहीं। वहीं, दूसरे गुट का मानना है कि जिहाद का आह्वान और हमास की तारीफ घृणा फैलाती है, जो कानून के खिलाफ है। #NHSDoctorArrest जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। कैंपेन अगेंस्ट एंटी-सेमिटिज्म जैसे संगठनों ने इसे सही कदम बताया, जबकि प्रो-पैलेस्टाइन ग्रुप्स ने इसे राजनीतिक साजिश कहा।
पुलिस ने कहा कि जांच जारी है और डॉक्टर को रिहा कर दिया गया है, लेकिन चार्जशीट दाखिल हो सकती है। एनएचएस ने अभी कोई बयान नहीं दिया, लेकिन ऐसी घटनाओं में नौकरी पर खतरा मंडराता है। यह मामला ब्रिटेन में मिडिल ईस्ट टेंशन के बीच हेट क्राइम लॉज को हाइलाइट करता है। क्या डॉक्टर को सजा मिलेगी या यह केस ड्रॉप हो जाएगा? आने वाले हफ्तों में कोर्ट की कार्रवाई बताएगी। यह घटना डॉक्टरों की सामाजिक जिम्मेदारी पर भी सवाल उठाती है-क्या प्रोफेशनल लाइफ और पर्सनल ओपिनियन को अलग रखना जरूरी है?