Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध अभी भी जारी है। हालांकि अब यूक्रेन इस युद्ध में शांति वार्ता की उम्मीद कर रहा है, लेकिन इसी बीच नॉर्थ कोरियाई सैनिकों ने यूक्रेनी सेना की परेशानी बढ़ा दी है।
रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine War) को 35 महीने पूरे होने वाले हैं। 24 फरवरी, 2022 को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के आदेश पर यह जंग शुरू हुई थी और अभी भी जारी है। रूस को अभी तक इस युद्ध में जीत नहीं मिली है। हालांकि यूक्रेन को इस युद्ध की वजह से जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। साथ ही यूक्रेन के कई शहरों में भारी तबाही मच चुकी है। हालांकि इंटरनेशनल सपोर्ट की वजह से यूक्रेन की सेना डटकर रूस की सेना का सामना कर रही है जिसकी कीमत रूस को भी चुकानी पड़ रही है। अमेरिका (United States Of America) के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की व्हाइट हाउस (White House) में वापसी हो चुकी है। ऐसे में अब यूक्रेन को अमेरिकी सहयता नहीं मिल पाएगी और वो रूस से शांति वार्ता चाहता है। लेकिन इसी बीच यूक्रेन की सेना के सामने एक बड़ी परेशानी आ गई है। हम बात कर रहे हैं नॉर्थ कोरिया (North Korea) के सैनिकों की।
हालांकि इस युद्ध में रूस की तरफ से लड़ रहे सैंकड़ों नॉर्थ कोरियाई सैनिकों की मौत हो गई है, पर अब इस युद्ध में नॉर्थ कोरियाई सैनिक यूक्रेन के लिए परेशानी की वजह बन गए हैं। दरअसल नॉर्थ कोरियाई सैनिकों के लड़ने का तरीका बिल्कुल अलग है। कुर्स्क में यूक्रेनी सैनिकों से लड़ रहे नॉर्थ कोरियाई सैनिकों के लड़ने के तरीके से यूक्रेनी सेना भी हैरान है।
जब नॉर्थ कोरियाई सैनिक भारी हमलों का सामना करते हैं तो पीछे नहीं हटते या रुकते नहीं, बल्कि भारी गोलीबारी और बमबारी करते हुए सैनिकों की एक टुकड़ी को आगे बढ़ाते हैं। किसी ड्रोन का सामना करते हुए नॉर्थ कोरियाई सेना की टुकड़ी एक सैनिक को आगे कर देती है और फिर दूसरे सैनिक ड्रोन को मार गिराते हैं।
गंभीर रूप से घायल होने पर ये सैनिक बम से खुद को उड़ा देते हैं जिससे पकड़े न जा सके। ये सैनिक अलग-अलग होकर हमले करते हैं, न कि एक बड़े ग्रुप में। नॉर्थ कोरियाई सैनिकों के लड़ने के इन तरीकों से यूक्रेनी सेना को परेशानी हो रही है।
यह भी पढ़ें- दुनिया की ऐसी जगह जहाँ गुरुत्वाकर्षण नहीं करता काम! कुर्सी को दीवार पर रखकर बैठते हैं लोग
नॉर्थ कोरियाई सैनिकों के लड़ने के तरीके बिल्कुल ही अलग हैं और इस वजह से न सिर्फ यूक्रेनी सैनिकों को उनसे लड़ने में परेशानी हो रही है, बल्कि उनकी योजना समझने में भी मुश्किल हो रही है।
अब तक इस युद्ध में अमेरिका ने बड़े लेवल पर यूक्रेन की मदद की है। हालांकि अब डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति बन गए हैं और वह यूक्रेन को आर्थिक और सैन्य सहायता देने के पक्ष में नहीं हैं। ऐसे में अमेरिकी मदद के बिना रूस के खिलाफ चल रहे इस युद्ध में यूक्रेन की परेशानी बढ़ सकती है।