पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा कि भारत-पाकिस्तान सैन्य संघर्ष रुकवाने में अमेरिका का बड़ा योगदान रहा। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका द्वारा TRF को बैन किए जाने से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार (Pakistan Foreign Minister Ishaq Dar) अमेरिकी दौरे पर हैं। डार ने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो (US Secretary of State Marco Rubio) से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि भारत पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष (India Pakistan War) को रोकने में अमेरिका ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। मार्को रुबियो ने पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार को आतंकवाद का मुकाबला करने और क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने में पाकिस्तान की साझेदारी के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही दोनों नेताओं ने पाकिस्तान-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार बढ़ाने पर चर्चा की। हालांकि, बातचीत के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहीं भी भारत का जिक्र नहीं किया।
दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 20 बार से अधिक बार कहा है कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की। दोनों परमाणु शक्ति संपंन्न देश एक भीषण युद्ध के नजदीक पहुंच चुके थे, लेकिन उन्होंने युद्ध रुकवाया। भारत ने अमेरिकी राष्ट्रपति के दावे को सिरे से खारिज किया है। भारत का आधिकारिक बयान है कि पाकिस्तान के साथ युद्धविराम समझौता तब हुआ जब पाकिस्तानी सैन्य अभियान महानिदेशक ने 10 मई को अपने भारतीय समकक्ष को फोन करके युद्धविराम करने का अनुरोध किया। भारत सरकार ने कहा कि पाकिस्तान को द्विपक्षीय रूप से समस्याओं का समाधान करना चाहिए। इसमें किसी भी तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप की जरूरत नहीं है।
इशाक डार ने कहा कि 'द रजिस्टेंस फ्रंट' को आतंकी संगठन घोषित करना अमेरिका का अपना फैसला है। पाकिस्तान इस फैसले का स्वागत करता है। यदि अमेरिकी प्रशासन के पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं तो वह ऐसा कर सकते हैं। इससे पहले इशाक डार ने कहा था कि संयुक्त राष्ट्र में पहलगाम हमले की निंदा के दौरान TRF का नाम लेने पर हमने आपत्ति जताई थी। इस दौरान मुझे दुनिया भर से फोन आए थे, लेकिन हम इस पर राजी नहीं हुए।
बता दें कि भारत ने जनवरी 2023 में गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियिम (UAPA) के तहत TRF को आतंकी संगठन घोषित किया था। TRF 2019 में अस्तित्व में आया। यह लश्कर ए तैयबा का एक विंग है। TRF कई आतंकी हमलों की जिम्मेदारी ले चुका है। बीते दिनों पूंछ में हुए हमले की भी TRF ने जिम्मेदारी ली है।