मंगोलिया के राष्ट्रपति खुल्स्सुख उखना चार दिवसीय भारत दौरे पर आए है। इस दौरान उन्होंने दिल्ली में पीएम मोदी से मुलाकात की और दोनों ने एक विशेष डाक टिकट भी जारी किया। दोनों समकक्षों ने इस दौरान एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी संबोधित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को नई दिल्ली के हैदराबाद हाउस में मंगोलिया के राष्ट्रपति खुल्स्सुख उखना से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने गर्मजोशी से एक-दूसरे का अभिवादन किया और द्विपक्षीय वार्ता के लिए आगे बढ़ने से पहले एक पौधा भी लगाया। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद दोनों देशो के समकक्षों ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को भी संबोधित किया। भारत और मंगोलिया के राजनयिक संबंधों के 70 साल पूरे होने पर इस दौरान एक विशेष डाक टिकट भी जारी किया गया। पीएम से मुलाकात से पहले राष्ट्रपति खुल्स्सुख उखना ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी।
मंगोलियाई राष्ट्रपति चार दिवसीय राजकीय यात्रा पर सोमवार को नई दिल्ली पहुंचे थे। हवाई अड्डे पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन और सहकारिता राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति उखना का हवाई अड्डे पर गार्ड ऑफ ऑनर के साथ औपचारिक स्वागत किया गया था। यह पदभार संभालने के बाद मंगोलियाई राष्ट्रपति की पहली भारत यात्रा है। विदेश मंत्रालय ने एक्स पर इसकी जानकारी देते हुए लिखा, हमारे देशों के बीच गहरे सभ्यतागत बंधनों को मजबूत करते हुए मंगोलिया के राष्ट्रपति खुल्स्सुख उखना भारत की राजकीय यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे हैं।
पीएम मोदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, राष्ट्रपति खुर्लसुख उखना और उनके प्रतिनिधिमंडल का भारत में स्वागत करके में बहुत खुशी हुं। छह साल के बाद मंगोलियाई राष्ट्रपति का यह दौरा अपने आप में एक विशेष अवसर है। यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब भारत और मंगोलिया अपने राजनयिक संबंधों के 70 साल और रणनीतिक साझेदारी के 10 साल का जश्न मना रहे हैं। पीएम ने आगे कहा, इस अवसर पर, हमने एक संयुक्त डाक टिकट भी जारी किया है, जो हमारी साझा विरासत, विविधता और गहरे सभ्यतागत संबंधों को दर्शाता है।
राष्ट्रपति उखना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, माननीय प्रधानमंत्री, मैं इस अवसर पर एक बार फिर आपको मंगोलिया की राजकीय यात्रा के लिए निमंत्रित करता हूं। आप अपनी सुविधानुसार किसी भी समय वहां आ सकते हैं। उन्होंने आगे कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि राष्ट्रपति छात्रवृत्ति के तहत भारत में पढ़ रहे मंगोलियाई छात्र हमारे सांस्कृतिक संबंधों को और मज़बूत करेंगे और उनके बीच सेतु का काम करेंगे। मैं आभारी हूं कि मंगोलिया की सरकार ने इस छात्रवृत्ति को बढ़ाने की घोषणा की है। मैं दोनों देशों के बीच हमारे संबंधों को और गहरा करने के लिए आपका दिल से आभार व्यक्त करता हूं।
MEA के एक बयान के अनुसार, भारत और मंगोलिया के बीच राजनयिक संबंध 1955 में स्थापित हुए थे। पिछले सात दशकों में, दोनों देशों ने साझा सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों के साथ-साथ लोकतांत्रिक मूल्यों पर आधारित एक घनिष्ठ और बहुआयामी साझेदारी विकसित की है। यह राजकीय यात्रा दोनों देशों के नेतृत्व को द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति की समीक्षा करने, रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए भविष्य की रूपरेखा निर्धारित करने और आपसी हित के क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने का अवसर प्रदान करेगी।