PM Modi's First Foreign Visit In His Third Term: 9 जून को पीएम नरेंद्र मोदी ने शपथ लेते ही अपने तीसरे कार्यकाल का कार्यभार संभाल लिया था। पीएम मोदी अपने तीसरे कार्यकाल में जल्द ही अपने पहले विदेश दौरे पर जाने वाले हैं। पीएम मोदी इटली का दौरा करेंगे। क्या है इस दौरे की वजह? आइए जानते हैं।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Of India Narendra Modi) ने 9 जून को लगातार तीसरी बार भारत के पीएम पद की शपथ ली। अपने तीसरे कार्यकाल का कार्यभार संभालने के बाद पीएम मोदी अपने पहले विदेश दौरे पर इटली (Italy) जाएंगे। पीएम मोदी कल, 13 जून को इटली के लिए रवाना होंगे। पढ़कर मन में सवाल आना स्वाभाविक है कि पीएम मोदी किस वजह से इटली जा रहे हैं? दरअसल हर साल होने वाले G7 शिखर सम्मेलन (G7 Summit) में शामिल होने के लिए इस पीएम मोदी इटली जाएंगे। G7 शिखर सम्मेलन का आयोजन इटली के अपुलिया (Apulia) में फसानो (Fasano) शहर में लग्ज़री रिज़ॉर्ट बोरगो एग्नाज़िया में 13 से 15 जून तक होगा।
चुनावी परिणाम से पहले ही पीएम मोदी को मिला था आमंत्रण
भारत के लोकसभा चुनाव के परिणाम आने से काफी पहले ही इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी ने पीएम मोदी को G7 शिखर सम्मेलन में शामिल होने का आमंत्रण दे दिया था। भारत G7 का सदस्य देश नहीं है, पर फिर भी पीएम मोदी को पिछले कुछ सालों से हर साल G7 शिखर सम्मेलन में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए आमंत्रित किया जाता है। भारत के साथ ही दूसरे कुछ अन्य देशों को भी इस शिखर सम्मेलन में शामिल होने का आमंत्रण दिया जाता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि G7 के विश्व की सात उन्नत अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों का एक ग्रुप है, जिसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, जर्मनी, कनाडा और जापान शामिल हैं।
पीएम मोदी के साथ होगी उनकी उच्च स्तरीय टीम
पीएम मोदी के साथ उनकी उच्च स्तरीय टीम भी इटली जाएगी, जिसमें विदेश मंत्री एस जयशंकर, विदेश सचिव विनय क्वात्रा और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल शामिल होंगे।
कई द्विपक्षीय मीटिंग्स में शामिल होंगे पीएम मोदी
इस साल होने वाले G7 शिखर सम्मेलन में यूं तो रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध और इज़रायल और हमास के बीच चल रहा युद्ध, दोनों ही अहम मुद्दे होंगे, पर पीएम मोदी सदस्य देशों और दूसरे देशों जिनके प्रतिनिधि वहाँ मौजूद होंगे के राष्ट्रपतियों/प्रधानमंत्रियों के साथ कई द्विपक्षीय मीटिंग्स में शामिल होंगे और दूसरे अहम विषयों पर भी चर्चा करेंगे।
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