Protests Against Volodymyr Zelenskyy: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेन्स्की के खिलाफ उनके ही देश में प्रदर्शन हो रहे हैं। इसकी वजह है एक विवादास्पद कानून।
यूक्रेन (Ukraine) के राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेन्स्की (Volodymyr Zelenskyy), पहले से ही रूस (Russia) से चल रहे युद्ध से जूझ रहे हैं। अब उनके सामने एक और परेशानी आ गई है। यूक्रेन में राष्ट्रपति ज़ेलेन्स्की के खिलाफ हाल ही में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन शुरू हुए हैं और ये प्रदर्शन बढ़ते जा रहे हैं। ज़ेलेन्स्की के खिलाफ यूक्रेनी राजधानी कीव और अन्य शहरों में लोग सड़कों पर उतर आए हैं और उनसे काफी नाराज़ हैं। पढ़कर मन में सवाल आना स्वाभाविक है कि ऐसा क्या हो रहा है? दरअसल ज़ेलेन्स्की के खिलाफ प्रदर्शनों की वजह है यूक्रेन का एक विवादास्पद कानून, जो यूक्रेनी जनता को पसंद नहीं आया है।
यूक्रेन में नए भ्रष्टाचार विरोधी कानून को देश की संसद ने पास किया। यह कानून भ्रष्टाचार विरोधी संस्थाओं, जैसे नेशनल एंटी-करप्शन ब्यूरो ऑफ यूक्रेन (NABU) और स्पेशलाइज्ड एंटी-करप्शन प्रोसिक्यूटर ऑफिस (SAPO) पर सरकारी निगरानी बढ़ाने की बात करता है। इसी कानून का यूक्रेन में विरोध हो रहा है। लोगों का आरोप है कि यह कानून इन संस्थाओं की आज़ादी छीन लेगा और ज़ेलेन्स्की इसके ज़रिए अपने करीबियों को भ्रष्टाचार के मामलों से बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
यूक्रेन में नए भ्रष्टाचार विरोधी कानून के खिलाफ कई शहरों में हज़ारों लोग सड़कों पर उतर आए हैं और अपना विरोध प्रदर्शित कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने ज़ेलेन्स्की से इस कानून पर वीटो करने की मांग की। लोग प्रदर्शनों के दौरान ज़ेलेन्स्की को तानाशाह और शैतान भी बता रहे हैं। देशभर में इस नए कानून की वजह से ज़ेलेन्स्की के प्रति लोगों की नाराज़गी बढ़ती जा रही है।