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Rising Rajasthan: प्रवासी राजस्थानी दिवस की घो​षणा से NRI में खुशी की लहर, कही यह बड़ी बात

Rising Rajasthan: दुबई से ताल्लुक रखने वाले प्रवासी भारतीय (NRI ) गोविंद डोवलानी (Govind Dowlani) का कहना है कि देश की राजधानी नई दिल्ली के साथ राजस्थान का एक खास संबंध है। उन्होंने राइजिंग राजस्थान (Rising Rajasthan) के मददेनजर कहा कि देश के साथ ही राजस्थान के शहरों में भी जल्दी विकास हो तो निवेश […]

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Dec 10, 2024
Developing rajasthan

Rising Rajasthan: दुबई से ताल्लुक रखने वाले प्रवासी भारतीय (NRI ) गोविंद डोवलानी (Govind Dowlani) का कहना है कि देश की राजधानी नई दिल्ली के साथ राजस्थान का एक खास संबंध है। उन्होंने राइजिंग राजस्थान (Rising Rajasthan) के मददेनजर कहा कि देश के साथ ही राजस्थान के शहरों में भी जल्दी विकास हो तो निवेश भी जल्दी आएगा। राजस्थान के सभी पर्यटन (tourism) व धार्मिक स्थलों को जोड़ने के उद्देश्य से हवाई सेवा का विस्तार किया जाए। उन्होंने Patrika.com से एक खास मुलाकात में कहा कि जयपुर के साथ ही जोधपुर से मस्कट, दुबई, दोहा, बहरीन, जेद्दाह, कुवैत आदि से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू होने से विकास और निवेश के रास्ते खुल जाएंगे।

अंतराज्यीय उड़ानों की संख्या बढ़ाई जाए

डोवलानी ने कहा कि अंतराज्यीय उड़ानों की संख्या बढ़ाई जाए और जयपुर व अहमदाबाद महानगरों को नियमित रूप से हवाई मार्ग (air connectivity) से जोड़ा जाए । वहीं तीन से अधिक हवाई जहाज़ के पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। जोधपुर में 24×7×365 सिविल एयरपोर्ट की आवश्यकता है और जोधपुर हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा घोषित किया जाए।उन्होंने कहा कि भारत में जोधपुर-अहमदाबाद, जोधपुर - जयपुर, जोधपुर - दिल्ली, मुंबई, इंदौर, कोटा आदि शहरों से एयर कनेक्टिविटी बढ़ाई जाए। राजस्थान को राज्य स्तर पर हवाई यात्रा के माध्यम से जोड़ा जाए, इसमें जैसलमेर, जोधपुर, उदयपुर, किशनगढ़, जयपुर, बीकानेर, कोटा को शामिल किया जाए।

हवाई अड्डों का विस्तार हो और नए हवाई अड्डे बनाए जाएं

उन्होंने कहा कि देश और राजस्थान में हवाई अड्डों का विस्तार हो और नए हवाई अड्डे बनाए जाएं। इस​के लिए जयपुर से लगते शहरों में हवाई सेवाओं का विस्तार हो। आगरा और जोधपुर को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रूप में विकसित किया जाए। राजस्थान के प्रमुख स्थानों पर नए घरेलू और कम लागत वाले हवाई अड्डों की आवश्यकता है जैसे रामदेवरा पोकरण, बालोतरा, बाड़मेर, भीलवाड़ा, ब्यावर व कोटा। इस पर ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि राजस्थान की विकास योजनाएं परिवहन, पर्यटन और आधारभूत संरचना सुधार कर आर्थिक वृद्धि और वैश्विक कनेक्टिविटी बढ़ाने का लक्ष्य रखा जाए। इनमें हवाई अड्डों, रेलवे नेटवर्क के विस्तार और वन्यजीव सफारी को बढ़ावा देने जैसे प्रमुख कदम शामिल किए जाएं। डोवलानी ने कहा कि रेलवे नेटवर्क का विस्तार और सुधार किया जाए।

जोधपुर-अजमेर-उदयपुर रेल रेलमार्ग चालू किया जाए

डोवलानी ने कहा कि जोधपुर-अजमेर-उदयपुर रेल रेलमार्ग को अजमेर-उदयपुर की कनेक्टिविटी के साथ चालू किया जाए। कई दशकों से लंबित बर-बिलाड़ा का आमान परिवर्तन हो और यह 45 किमी का कार्य जल्दी किया जाए। मेड़ता-पुष्कर (90 किमी), जैसलमेर-बाड़मेर और जोधपुर-उदयपुर के बीच नई रेललाइन का निर्माण हो। साथ ही नई ट्रेन सेवाएं शुरू हों और जोधपुर - अजमेर (वाया पाली, मारवाड़), जोधपुर - बालोतरा, जोधपुर - रामदवेरा और अन्य मार्गों पर 200 किमी डेमो ट्रेन सेवाएं शुरू की जाएं। जोधपुर से दिल्ली, मुंबई, जयपुर, कोटा, पुणे, हैदराबाद, पटना, बंगाल, केरल और अन्य प्रमुख शहरों के लिए ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जाए।

अंतरराष्ट्रीय मैचों का आयोजन हो

उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मैचों का आयोजन हो, ताकि राजस्थान में खेल पर्यटन हो और राजस्व में इजाफा हो सके। जोधपुर के बरकतुल्लाह खां क्रिकेट स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और आईपीएल मैचों का आयोजन हो। जोधपुर-ब्यावर फ़ोर-लेन मुख्य मार्ग का निर्माण (150 किमी) किया जाए। जोधपुर में मेट्रो, मोनो रेल, और लो फ्लोर बसों की शुरुआत की जाए। डोवलानी ने कहा कि प्रदेश में शहरों का सौंदर्यीकरण हो, विशेष रूप से झीलों और अन्य प्रमुख स्थानों का विकास हो। साइड सीन बस सेवाएं और घोड़ा बग्घी शुरू की जाए। पर्यटन और वन्यजीव सफारी का विकास हो। हिरण, नील गाय, मोर, खरगोश, बंदर व ऊंट की सफारी विकसित की जाए, ताकि पर्यटन को बढ़ावा मिले।

प्रमुख पर्यटन और धार्मिक स्थलों को जोड़ने का लक्ष्य रखें

उन्होंने कहा कि भारत व राजस्थान के प्रमुख पर्यटन और धार्मिक स्थलों को जोड़ने का लक्ष्य रखा जाए। इन योजनाओं के माध्यम से मारवाड़ जोधपुर क्षेत्र के आयातक, निर्यातक, विनिर्माण से जुड़े सभी क्षेत्रीय आपूर्तिकर्ताओं के विकास में सहायता मिलेगी। इन परिवर्तनों से पर्यटन, चिकित्सा, व्यापार, और निवेश क्षेत्र में वृद्धि होगी, जिससे रोजगार के अवसर और सरकारी कोष में वृद्धि होगी। इन योजनाओं का उद्देश्य राजस्थान को एक प्रमुख पर्यटन और आर्थिक केंद्र बनाना है, जिससे न केवल राज्य, बल्कि पूरे देश को लाभ होगा।

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