Russian Experiment: रूस ने अंतरिक्ष में रेडिएशन का असर जांचने के लिए 75 चूहे भेजे। हालांकि उनमें से सभी ज़िंदा धरती पर नहीं लौटे।
रूस ने बायोन-एम2 सैटेलाइट से अंतरिक्ष में 75 चूहे भेजे थे। रूस ने ऐसा अंतरिक्ष में रेडिएशन के असर को जांचने के लिए किया। हालांकि अंतरिक्ष में भेजे गए सभी चूहे ज़िंदा धरती पर नहीं लौटे। अंतरिक्ष में जिन चूहों को रूस ने भेजा, उनमें से 65 ही ज़िंदा लौटे। 10 चूहों की अंतरिक्ष में मौत हो गई। रूस की विज्ञान अकादमी ने बताया कि 30 दिन बाद लैंडिंग कैप्सूल की हाल ही में धरती पर सुरक्षित लैंडिंग कराई गई। लैंडिंग के समय आसपास की सूखी घास में हल्की आग लग गई थी, जिसे बुझा लिया गया।
वैज्ञानिकों ने इस मिशन को सफल बताया। वैज्ञानिकों ने इन चूहों के धरती पर वापस लौटने के बाद चूहों का परीक्षण किया और अंतरिक्ष में उन पर होने वाले असर को जांचा। मृत चूहों के के बारे में मिशन एक्सपर्ट का कहना है कि यह मौत पर्यावरण या तकनीकी खराबी से नहीं, बल्कि आपस की लड़ाई में हुई।
इस मिशन से जुड़े वैज्ञानिक ने बताया कि अंतरिक्ष में पडऩे वाले असर को जांचने के लिए चूहों को अलग-अलग समूहों में बांटा गया था। रेडिएशन का असर जांचने के लिए कुछ का डीएनए भी बदला गया। कुछ को ताज़ा और कुछ को पुराना खाना और विशेष प्रकार का पानी दिया गया।
इस परीक्षण से वैज्ञानिकों को यह समझने में मदद मिलेगी कि अंतरिक्ष में रहने वाले जीवों पर क्या असर होता है? किन उपायों से वहाँ रेडिएशन के खतरनाक प्रभावों से बचा जा सकता है।