SCO Summit 2025: चीन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष शहबाज शरीफ तियानजिन में आधिकारिक स्वागत समारोह में एक साथ नजर आए।
SCO Summit 2025: शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट के पहले दिन रविवार को चीन के तियानजिन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ एक समूह फोटो में एक साथ दिखे। हाल के सैन्य तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के बाद दोनों नेताओं के बीच कोई औपचारिक बातचीत नहीं हुई, जैसा कि अपेक्षित था। समिट के स्वागत समारोह में दोनों नेता पहली पंक्ति में थे, लेकिन उनके बीच कम से कम आठ अन्य नेता मौजूद थे।
समिट के पहले दिन के अंत में आयोजित स्वागत समारोह में सभी सदस्य देशों और आमंत्रित नेताओं ने एक पारंपरिक समूह फोटो खिंचवाई, जिसे आयोजकों ने 'फैमिली फोटो' का नाम दिया। फोटो में मोदी और शरीफ सामने की पंक्ति में थे, लेकिन दोनों के बीच काफी दूरी थी। केंद्र में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उनके बगल में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन खड़े थे। भारत की नीति आतंकवाद बंद होने तक कोई बातचीत नहीं के अनुरूप दोनों नेताओं के बीच कोई संपर्क नहीं हुआ।
पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय वार्ता की, जो सात साल बाद उनकी पहली चीन यात्रा का महत्वपूर्ण हिस्सा थी। इस दौरान मोदी ने सीमा पार आतंकवाद का मुद्दा उठाया। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि मोदी ने इस मुद्दे को भारत और चीन दोनों के लिए प्रभावी बताया और एक-दूसरे के समर्थन की जरूरत पर जोर दिया। हालांकि, आधिकारिक बयान में पाकिस्तान का नाम स्पष्ट रूप से नहीं लिया गया। यह मुलाकात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा लगाए गए व्यापार शुल्कों के बाद भारत-चीन संबंधों में सुधार की दिशा में एक कदम है। दोनों देशों ने सहमति जताई कि सीमा विवाद उनके संबंधों का एकमात्र आधार नहीं होगा।
मई 2025 में ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की थी, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया। भारत ने दावा किया था कि पाकिस्तान को 80% हथियार चीन से मिलते हैं। इसके बावजूद, SCO समिट में भारत और चीन ने अपने संबंधों को सामान्य करने पर ध्यान दिया।
पीएम मोदी ने नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू और म्यांमार के सैन्य नेता मिन आंग हलिंग से मुलाकात की। उन्होंने नेपाल के साथ संबंधों को गहरा और विशेष बताया और म्यांमार में जल्द निष्पक्ष चुनाव की उम्मीद जताई। मालदीव के साथ संबंधों में भी सुधार देखा गया।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने कहा कि उनका देश बातचीत के लिए भीख नहीं मांगेगा और आक्रामकता का जवाब देने को तैयार है। अतीत में पीएम मोदी ने शहबाज के भाई नवाज शरीफ के साथ शांति की कोशिश की थी, जिसमें 2014 में उनके शपथ ग्रहण में निमंत्रण और पाकिस्तान की यात्रा शामिल थी। हालांकि, इन प्रयासों के अपेक्षित परिणाम नहीं मिले।