बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना ने हाल ही में बताया कि वह राजनीति में वापसी के लिए तैयार हैं। इसके साथ ही उन्होंने देश की वर्तमान अंतरिम सरकार के लीडर मुहम्मद यूनुस पर भी एक बड़ा आरोप लगाया।
बांग्लादेश (Bangladesh) की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) को पिछले साल 5 अगस्त को अपना देश छोड़ना पड़ा था। देश में बढ़ती राजनीतिक अस्थिरता के चलते पूर्व बांग्लादेशी पीएम अपनी बहन शेख रेहाना (Sheikh Rehana) के साथ बांग्लादेश छोड़कर भारत (India) आ गई थीं। तभी से वह भारत सरकार की शरण में रह रही हैं। हालांकि मुहम्मद यूनुस (Muhammad Yunus) के नेतृत्व वाली बांग्लादेश की अंतरिम सरकार शेख हसीना को बांग्लादेश वापस लाने की हर संभव कोशिश कर रही है, लेकिन ऐसा करने में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को कामयाबी नहीं मिल रही है। हाल ही में शेख हसीना ने एक इंटरव्यू दिया, जिसमें उन्होंने कई मुद्दों पर बातचीत की।
शेख हसीना भले ही बांग्लादेश की राजनीति से दूर हैं, लेकिन वह वापसी के लिए तैयार है। उन्होंने साफ कर दिया कि अगर उनकी आवामी लीग पार्टी को अगले साल होने वाले चुनाव में हिस्सा लेने का मौका मिलता है, तो उनकी पार्टी ज़रूर ऐसा करेगी। खुद शेख हसीना भी चुनाव लड़कर फिर से राजनीति के मैदान में आने के लिए तैयार हैं। गौरतलब है कि आवामी लीग के अगले साल बांग्लादेश में होने वाले चुनाव में शामिल होने पर बैन लगा हुआ है।
शेख हसीना, बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के लीडर यूनुस पर निशाना साधने से कभी पीछे नहीं हटती। एक बार फिर उन्होंने, यूनुस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। बांग्लादेश की पूर्व पीएम ने कहा कि देश की अंतरिम सरकार के लीडर ने बांग्लादेश के पूर्वाचल में करीब 4,080 कट्ठा ज़मीन खरीदी है, जहाँ उन्होंने निसर्गो नाम से एक रिसॉर्ट बनाया है। शेख हसीना ने यह भी बताया कि यूनुस ने ढाका के उत्तरा में भी 300 कट्ठा ज़मीन खरीदी है। ऐसे में शेख हसीना ने यूनुस पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्होंने 1990 में ग्रामीण बैंक में सिर्फ 6,000 टका की सैलरी से अपना करियर शुरू किया था तो फिर उन्होंने इतनी प्रॉपर्टी कैसे जमा कर ली? इतना ही नहीं, पूर्व बांग्लादेशी पीएम ने यह भी आरोप लगाया कि यूनुस के बांग्लादेश के अलग-अलग बैंकों में कई खातों में करीब 5,000 करोड़ टका की एफडी भी जमा है। शेख हसीना ने यूनुस को भ्रष्टाचारी बताते हुए उनके खिलाफ जांच की मांग की।