Long-range missiles: अमेरिका यूक्रेन को लंबी दूरी की टॉमहॉक मिसाइलें देने पर विचार कर रहा है, जिससे यूक्रेन रूस के सैन्य ठिकानों पर हमला कर सकता है। ट्रंप का अंतिम फैसला और मजबूत वायु रक्षा यूक्रेन के लिए अहम है।
Long-range missiles: अमेरिका यूक्रेन को लंबी दूरी की टॉमहॉक मिसाइलें (Long-range missiles) देने पर विचार कर रहा है। ये मिसाइलें 2,500 किमी तक मार कर सकती हैं, जिससे यूक्रेन रूस के प्रमुख शहरों को निशाना बना सकता है। हालांकि, अंतिम फैसला राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ( Donald Trump) करेंगे। यूक्रेन लंबे समय से ऐसी मिसाइलों की मांग कर रहा है ताकि वह रूस के सैन्य ठिकानों पर हमला कर युद्ध को जल्द खत्म कर सके। अमेरिकी उप राष्ट्रपति जे.डी. वेंस ने इस बात का खुलासा किया है। यूक्रेन के उप रक्षा मंत्री इवान हैवरिलियुक का कहना है कि अगर रूस के लिए युद्ध महंगा पड़ता है, तो वह शांति वार्ता के लिए मजबूर होगा। रूस ने इस खबर को हल्के में लिया है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि टॉमहॉक मिसाइलें (Tomahawk missiles) या कोई अन्य हथियार युद्ध की स्थिति नहीं बदल सकते। रूस का मानना है कि ये मिसाइलें यूक्रेन को ज्यादा फायदा नहीं पहुंचाएंगी। दूसरी ओर, यूक्रेन का कहना है कि ऐसी मिसाइलें रूस के सैन्य उद्योग को कमजोर कर सकती हैं।
पहले ट्रंप यूक्रेन की जीत पर संदेह जताते थे, लेकिन हाल ही में उन्होंने कहा कि यूक्रेन अपने मूल स्वरूप को वापस जीत सकता है। यह बयान यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की के लिए भी चौंकाने वाला था। ट्रंप रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के युद्ध खत्म करने के दावों और यूक्रेन पर लगातार हमलों से नाराज हैं। रविवार को कीव पर रूस के बड़े हमले में 12 घंटे तक सैकड़ों ड्रोन और 50 मिसाइलें दागी गईं, जिसमें चार लोग मारे गए और 70 घायल हुए।
यूक्रेन ने पश्चिमी देशों से पैट्रियट वायु रक्षा प्रणालियों की मांग की है ताकि रूसी मिसाइलों और ड्रोनों को रोका जा सके। हैवरिलियुक ने बताया कि रूस अब ज्यादा उन्नत ड्रोन इस्तेमाल कर रहा है, जिन्हें रोकना मुश्किल हो गया है। रविवार के हमले में 31 ड्रोन अपने लक्ष्य तक पहुंच गए, जिनमें ज्यादातर रिहायशी इलाकों और अस्पतालों को निशाना बनाया गया। यूक्रेन का कहना है कि मजबूत वायु रक्षा पूरे यूरोप की सुरक्षा के लिए जरूरी है।
यूक्रेन ने अपने रक्षा उद्योग को मजबूत किया है और अब 100% फर्स्ट पर्सन व्यू (एफपीवी) ड्रोन और 40% अन्य हथियार खुद बना रहा है। ज़ेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन लंबी दूरी के ड्रोन और मिसाइलों पर काम कर रहा है। हालांकि, अभी भी उसे पश्चिमी सहयोगियों पर निर्भर रहना पड़ता है। यूरोपीय देशों और कनाडा ने 2 अरब डॉलर के हथियार देने का वादा किया है, लेकिन डिलीवरी धीमी है।
बहरहाल यूक्रेन को उम्मीद है कि लंबी दूरी की मिसाइलें और मजबूत वायु रक्षा प्रणालियां रूस को बातचीत की मेज पर लाने में मदद करेंगी। हैवरिलियुक ने कहा कि सहयोगियों के साथ मिलकर ही रूस के हवाई हमलों को रोका जा सकता है। यह खबर यूक्रेन-रूस युद्ध में एक नया मोड़ ला सकती है।