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अमेरिका में ग्रीनकार्ड धारकों के अधिकारों पर JD Vance ने यह क्या कह दिया, अब भारतीय नागरिकों के वीज़ा का क्या होगा ?

Indian Immigrants: ग्रीन कार्ड विदेशी नागरिकों को संयुक्त राज्य अमेरिका में रहने और काम करने का अधिकार देता है। इसे आधिकारिक तौर पर स्थायी निवासी कार्ड भी कहा जाता है

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Mar 14, 2025
JD vance and Green Card

Indian Immigrants: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ( Donald Trump) की प्रस्तावित 'गोल्ड कार्ड' ( Gold Card) पहल अमीर विदेशियों के लिए एक नया आव्रजन मार्ग बनाएगी, उप राष्ट्रपति जेडी वेंस (JD Vance) की ग्रीन कार्ड धारकों के अधिकारों पर नई टिप्पणियों से एक नई आप्रवासन बहस (immigration debate) शुरू हो गई है। ग्रीन कार्ड (Green Card) आधिकारिक तौर पर स्थायी निवासी कार्ड के रूप में जाना जाता है। ये विदेशी नागरिकों को अमेरिका में रहने और काम करने का अधिकार देते हैं। हालांकि नाम के बावजूद, "स्थायी निवास" अनिश्चितकालीन प्रवास की पूर्ण गारंटी नहीं है।

ग्रीनकार्ड धारक के पास अमेरिका में अनिश्चितकालीन रहने का अधिकार नहीं

वेंस ने कहा, "ग्रीनकार्ड धारक के पास अमेरिका में अनिश्चितकालीन रहने का अधिकार नहीं है।" "यह 'स्वतंत्र भाषण' के बारे में नहीं है। हां, यह राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में है, लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि हम, अमेरिकी नागरिक के रूप में यह तय करते हैं कि हमारे राष्ट्रीय समुदाय में किसे शामिल किया जाए।"

अमेरिकी कानून कुछ परिस्थितियों में ग्रीन कार्ड रद्द करने की अनुमति देता है

अमेरिकी कानून कुछ परिस्थितियों में ग्रीन कार्ड रद्द करने की अनुमति देता है, जिसमें आपराधिक गतिविधियां, देश से लंबे समय तक अनुपस्थित रहना, या आव्रजन नियमों का पालन न करना शामिल है। प्रस्तावित 'गोल्ड कार्ड' कार्यक्रम विदेशी नागरिकों को 5 मिलियन डॉलर की फीस देकर अमेरिका में रहने और काम करने का अधिकार खरीदने की अनुमति देगा।

गोल्ड कार्ड पर 5 मिलियन अमेरिकी डॉलर की कीमत लगाने जा रहे हैं

हाल ही में ट्रंप ने ओवल ऑफिस से कहा, "हम एक गोल्ड कार्ड बेचने जा रहे हैं।" "आपके पास एक ग्रीन कार्ड है। यह एक गोल्ड कार्ड है। हम उस कार्ड पर लगभग 5 मिलियन अमेरिकी डॉलर की कीमत लगाने जा रहे हैं, और इससे आपको ग्रीन कार्ड विशेषाधिकार मिलेंगे। साथ ही यह नागरिकता का मार्ग भी बनेगा।" अमेरिकी राष्ट्रपति ने तर्क दिया कि मौजूदा आव्रजन प्रणाली ने शीर्ष अंतरराष्ट्रीय प्रतिभाओं, विशेष रूप से भारत से, कुलीन विश्वविद्यालयों में अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद अमेरिका में रहने से रोक दिया है।

वह व्यक्ति देश में रह सकता है या नहीं...

उन्होंने कहा, "कोई व्यक्ति भारत, चीन, जापान और अन्य देशों से आता है, हार्वर्ड या व्हार्टन स्कूल ऑफ फाइनेंस में जाता है… उन्हें नौकरी के प्रस्ताव मिलते हैं, लेकिन प्रस्ताव तुरंत रद्द कर दिया जाता है क्योंकि इस बारे में कोई निश्चितता नहीं होती है कि वह व्यक्ति देश में रह सकता है या नहीं।"

ग्रीन कार्ड अहर्तता के लिए अमेरिका में नौकरियां पैदा करनी होती हैं

'गोल्ड कार्ड' पहल के तहत, कंपनियां विदेशी प्रतिभाओं को काम पर रखने के लिए कार्ड भी खरीद सकती हैं। ट्रंप ने कहा कि इस कार्यक्रम से अरबों डॉलर का राजस्व पैदा हो सकता है और राष्ट्रीय ऋण का भुगतान करने में मदद मिल सकती है। प्रस्तावित कार्यक्रम मौजूदा EB-5 अप्रवासी निवेशक वीज़ा की जगह लेगा, जिसके तहत विदेशी निवेशकों को ग्रीन कार्ड अहर्तता प्राप्त करने के लिए अमेरिका में नौकरियां पैदा करनी होती हैं।

H1B वीज़ा में से 72.3 प्रतिशत भारतीय आवेदकों को मिले

यूएस नागरिकता और आव्रजन सेवा ( USCIS ) के हालिया आंकड़ों से पता चलता है कि भारतीय नागरिक अमेरिकी कार्य वीजा के प्रमुख लाभार्थी रहे हैं। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर 2022 और सितंबर 2023 के बीच जारी किए गए सभी H1B वीज़ा में से 72.3 प्रतिशत भारतीय आवेदकों को मिले।

अमे​रिका में भारतीयों की संख्या और H-1B वीज़ा (H-1B visa)

अमेरिका में भारतीयों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सन 2020 की अमेरिकी जनगणना के अनुसार, लगभग 4.4 मिलियन भारतीय अमेरिकी हैं, जो कि अमेरिकी जनसंख्या का लगभग 1.2% हैं। भारतीय प्रवासी अमेरिका में एक महत्वपूर्ण समुदाय हैं, जो शिक्षा, विज्ञान, चिकित्सा, और व्यापार के विभिन्न क्षेत्रों में योगदान दे रहे हैं। H-1B वीज़ा और अन्य कार्य वीज़ा कार्यक्रमों के तहत बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक अमेरिका जाते हैं।

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