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9 महीने 14 दिन बाद अंतरिक्ष से आई सुनीता विलियम्स को NASA देगा ओवरटाइम, जानिए कितनी है अंतरिक्ष यात्री की सैलरी?

NASA Salary for Astronaut: लंबी अवधि की अंतरिक्ष यात्रा के लिए मिलने वाली सैलरी चर्चा का विषय बन गई है। नासा की पूर्व अंतरिक्ष यात्री कैडी कोलमैन के मुताबिक जानते हैं अंतरिक्ष यात्रियों को ओवरटाइम वेतन कितना मिलता है।

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Mar 17, 2025

Space Mission Salary: नासा (NASA) के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर, जो सिर्फ आठ दिनों की मिशन पर गए थे, तकनीकी दिक्कतों के कारण इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर नौ महीने से अधिक समय से फंसे हुए थे। आज यानी 19 मार्च को सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) और बुच विल्मोर करीब 9 माह 14 दिन बाद अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से पृथ्वी पर पहुंचे। उन्हें आने में करीब 17 घंटे का वक्त लगा। इस बीच, उनकी लंबी अवधि की अंतरिक्ष यात्रा के लिए मिलने वाली सैलरी चर्चा का विषय बन गई है।

ओवरटाइम के नाम पर 347 रुपए रोजाना

नासा की पूर्व अंतरिक्ष यात्री कैडी कोलमैन के मुताबिक, अंतरिक्ष यात्रियों को ओवरटाइम वेतन नहीं मिलता। वे फेडरल कर्मचारी होते हैं, इसलिए उनका समय अंतरिक्ष में भी सामान्य कार्यकाल की तरह माना जाता है। नासा उनकी खान-पान और रहने की लागत वहन करता है, लेकिन उन्हें सिर्फ छोटा सा दैनिक भत्ता दिया जाता है जो कि मात्र 4 डॉलर (करीब 347 रुपए) प्रतिदिन है।

इतना मिलता है सलाना वेतन

2010-11 में अपने 159-दिनों के मिशन के दौरान उन्हें कुल 636 डॉलर (करीब 55,000 रुपए) अतिरिक्त भुगतान मिला था। इसी गणना के आधार पर, सुनीता विलियम्स और बुच को 287 दिनों के लिए लगभग 1,148 डॉलर (करीब 1 लाख रुपए) का अतिरिक्त भुगतान मिलने की संभावना है। टोटल सेलरी में मिलेंगे एक करोड़ रुपए। नासा के दोनों अंतरिक्ष यात्री जीएस-15 पे ग्रेड के अंतर्गत आते हैं, जो फेडरल कर्मचारियों के लिए सबसे ऊंचा स्तर है। इस ग्रेड के तहत उन्हें सालाना 125,133 - 162,672 डॉलर (करीब 1.08 करोड़ - 1.41 करोड़ रुपए) वेतन मिलता है।

दैनिक भत्ते के लिए इतनी राशि

9 महीने (287 दिन) के लिए सुनीता विलियम्स और बुच को 93,850 - 122,004 डॉलर (करीब 81 लाख - 1.05 करोड़ रुपए ) की अनुमानित सैलरी मिलेगी। दैनिक भत्ते के रूप में मिलने वाले 1,148 डॉलर (करीब 1 लाख रुपए) जोड़ने के बाद, उनका कुल भुगतान 94,998 - 123,152 डॉलर (करीब 82 लाख - 1.06 करोड़ रुपए) होगा।

नियंत्रित गति से वापसी

सायुज एक सीध और तेज गति से धरती पर वापसी करता है, जिसके चलते आइएसएस से अलग होने के बाद यान की पृथ्वी के वायुमंडल में जल्द एंट्री हो जाती है, जबकि ड्रेगन अपेक्षाकृत धीमी और नियंत्रित गति से वापसी करता है। यह सीधे आने की बजाय पृथ्वी की परिक्रमा करता है और अनुकूल समय और स्थान चुनकर नीचे की ओर मुड़ता है। लैंडिंग के लिए ड्रेगन कैप्सूल को सटीक अलाइमेंट की आवश्यकता होती है। आइएसएस पृथ्वी से करीब 420 किमी ऊपर है।

सफल रहा मिशन

सुनीता विलियम्स की वापसी पर नासा ने स्पेसएक्स को धन्यवाद दिया। नासा ने कहा कि इस मिशन में कई चुनौतियां थी। लेकिन ये सफल रहा।

एलन मस्क ने किया ट्वीट

सुनीता विलियम्स की वापसी पर एलन मस्क ने एक्स पर पोस्ट किया है। मस्क ने स्पेसएक्स और नासा को मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम तक पहुंचाने के लिए बधाई दी है। साथ ही उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का शुक्रिया भी अदा किया है।

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