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महाशिवरात्रि: अमरकंटक में आस्था, भक्ति और उल्लास का संगम

पांच दिवसीय मेले का आयोजन, डुबकी लगाने सुबह से लगी रही श्रद्धालुओं की भीड़

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अमरकंटक. महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर अमरकंटक में पांच दिवसीय महाशिवरात्रि मेले का आयोजन किया गया जिसमें हजारों श्रद्धालु भगवान शिव की आराधना के लिए उमड़े। पवित्र नगरी में सुबह से ही भक्तजन मां नर्मदा में आस्था की डुबकी लगाते नजर आए। घाट श्रद्धालुओं से भरे रहे। मंदिर परिसर में "बम-बम भोले" और "हर-हर महादेव" के जयकारों से भक्तिमय वातावरण बना रहा। मेले का शुभारंभ शहडोल संसदीय क्षेत्र की सांसद हिमाद्री सिंह ने किया, इस दौरान पुष्पराजगढ़ विधायक फुंदेलाल सिंह समेत अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। यह मेला सर्किट ग्राउंड अमरकंटक में आयोजित किया गया। सरकारी विभागों ने प्रदर्शनी लगाई। समोकित बाल संरक्षण, स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास, कृषि, आयुष, वन विभाग, जल संसाधन विभाग, खाद्य विभाग, खादी ग्रामोद्योग, जनजातीय कार्य विभाग, मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, उद्यानिकी विभाग द्वारा लोगों को जागरूक करने के लिए स्टॉल लगाए गए।

लोगों ने उठाया मेला का लुत्फ

अमरकंटक में महाशिवरात्रि का विशेष महत्व है क्योंकि मां नर्मदा को भगवान शिव की पुत्री माना जाता है। अन्य नदियों से विपरीत, नर्मदा नदी से प्राप्त शिवलिंग स्वरूप पत्थरों को विशेष मान्यता प्राप्त है, क्योंकि ये स्वयं प्राण-प्रतिष्ठित होते हैं। यही कारण है कि देश-विदेश के शिव भक्त इस पर्व पर अमरकंटक की यात्रा को पवित्र मानते हैं। मेले में श्रद्धालुओं के मनोरंजन के लिए विभिन्न झूले और सर्कस लगाए गए, जिनमें आकाश झूला, सुपर ड्रैगन ट्रेन झूला और नाव झूला प्रमुख आकर्षण रहे। मेले में विभिन्न प्रकार की दुकानें लगी हुई थीं, जहां खाने-पीने की चीजों से लेकर पारंपरिक हस्तशिल्प, धार्मिक वस्तुएं, खिलौने और वस्त्र उपलब्ध थे।

भोलेनाथ का किया जलाभिषेक

शिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव की विशेष आराधना की गई, जिसमें भजन-कीर्तन और रात्रि जागरण का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं ने मंदिरों में जलाभिषेक और पूजन कर महादेव का आशीर्वाद प्राप्त किया। संपूर्ण अमरकंटक नगर भक्तिमय माहौल में डूबा रहा, जहां आस्था, श्रद्धा और उल्लास का अद्भुत संगम देखने को मिला।