[typography_font:18pt]बॉक्स: क्षेत्र अधिकारियों को किसानों के बीच पहुंचकर सलाह के निर्देश[typography_font:18pt]उपसंचालक कृषि एनडी गुप्ता ने बताया कि जिले में लगातार तापमान न्यून स्तर पर जा रहे है। गलनभरी हवाएं चल रही है। इसका असर रबी की फसलों को पड़ेगा। शीत लहर में पाला से फसलों को नुकसान देखते हुए किसानों को सलाह देने के लिए क्षेत्रीय अधिकारियों को भ्रमण करने और किसानों को पाला से बचाने की सलाह देने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा क्षेत्रीय अधिकारियों को खेतों का भ्रमण कर पाला की वास्तविक स्थिति का भी आंकलन करने को कहा गया है। [typography_font:18pt]बॉक्स: कहां कितने रबी की फसल[typography_font:18pt]विभागीय जानकारी के अनुसार वर्ष २०२१-२२ के लिए जिले में रबी की ८८.०४ हजार हेक्टेयर भूमि लक्षित की गई है। जिसमें अब तक ७४ फीसदी बुवाई का काम हो चुका है। इनमें गेहूं के लिए ३२.५० हजार हेक्टेयर, जौ एवं अन्य अनाज के लिए ०.३२ हजार हेक्टेयर, चना १५.५० हजार हेक्टेयर, मटर ३.५० हजार हेक्टेयर, मसूर १९ हजार हेक्टेयर, सरसो ८ हजार हेक्टेयर, अलसी ९.२० हजार हेक्टेयर, गन्ना ०.०२ हजार हेक्टेयर लक्षित की गई है। [typography_font:18pt]वर्सन: [typography_font:18pt]तापमान कम होने से पाला का खतरा बना हुआ है। स्थानीय क्षेत्राधिकारियों को किसानों के बीच पहुंचकर सलाह देने के साथ क्षेत्र के भ्रमण का भी निर्देश दिया गया है। कृषक धुंआ, सिंचाई व दवाईयों का छिडक़ाव कर पाला के खतरे से फसल को बचा सकते हैं।[typography_font:18pt]एनडी गुप्ता, उपसंचालक कृषि विभाग अनूपपुर।[typography_font:18pt;" >--------------------------------------------------