28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

हड़ताल की चेतावनी से डरा प्रशासन, रात में ही आदेश निरस्त

डॉक्टरों का ट्रांसफर आदेश बदले, जिला अस्पताल में एक घंटे और शाढ़ौरा में दो बजे तक बंद रही ओपीडी।

2 min read
Google source verification
ashoknagar.png

अशोकनगर. डॉक्टरों व स्वास्थ्य स्टाफ की अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी से प्रशासन बैकफुट पर आ गया और रात में ही स्वास्थ्य विभाग ने शाढ़ौरा के दोनों डॉक्टरों का ट्रांसफर आदेश निरस्त कर दिया। इससे अब दोनों डॉक्टर शाढ़ौरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ही पदस्थ रहेंगे। हालांकि हड़ताल की चेतावनी के बाद जिला अस्पताल में एक घंटे व शाढ़ौरा अस्पताल में दोपहर दो बजे तक काम बंद रहा। बाद में सीएमएचओ ने डॉक्टरों की बैठक ली, तब काम शुरु हुआ।

शाढ़ौरा में भीम आर्मी द्वारा डॉक्टरों से मारपीट व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तोडफ़ोड़ के मामले में पुलिस ने भीम आर्मी के पदाधिकारियों व डॉक्टरों प्रकरण दर्ज कर लिया था। सीएमएचओ ने शाढ़ौरा के दोनों डॉक्टरों के ट्रांसफर कर दिए थे। इससे नाराज डॉक्टरों व स्वास्थ्य स्टाफ ने शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी थी। इससे जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं ठप होने की आशंका को देख प्रशासन ने ट्रांसफर आदेश को रात में ही निरस्त कर दिया।

Must See: फीस हथियाने के लिए स्कूलों ने अपनाया नया हथकंडा, पालक परेशान

शनिवार सुबह जिला अस्पताल में सभी डॉक्टर जल्दी पहुंचे व वार्ड में राउंड लेकर भर्ती मरीजों को देखा। बाद में ज्ञापन देने एकत्रित हो गए। इससे सिविल सर्जन डॉ.डीके भार्गव व सीएमएचओ डॉ.हिमांशु शर्मा ने वहां पहुंच डॉक्टरों की बैठक ली व उन्हें समझाया। इससे करीब एक घंटे तक जिला अस्पताल में ओपीडी बंद रही और मरीज परेशान होते रहे। वहीं शाढ़ौरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दोपहर के समय सीएमएचओ पहुंचे और दो बजे के बाद ओपीडी व टीकाकरण शुरु हो सका।

Must See: जेल से विदेशी खातों से निकाले रुपए एसआईटी ने जुटाए सबूत

धारा 144 जारी, शाढ़ौरा में पुलिस तैनात
भीम आर्मी के अशोकनगर बंद और सर्व समाज के विरोध को देखते हुए अब जिले में वर्ग संघर्ष के हालात बनने लगे हैं। स्थिति को देखते हुए धारा 144 जारी है और शाढ़ौरा में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। साथ ही पुलिस द्वारा स्थिति पर नजर रखी जा रही है। वहीं इस घटना के बाद जिलेभर में चर्चाओं का दौर शुरु हो गया है और यात्री वाहनों व चौराहों पर इसी मामले पर चर्चाएं जारी हैं। इससे प्रशासन को सतर्क रहने की जरूरत है।