
प्यासा नहीं रहेगा कोई पंछी, डाॅक्टर दंपत्ति ने जुगाड़ से बनाया अनोखा सकोरा
अशोकनगर. भीषण गर्मी में मनुष्य पशु व पक्षियों को पल-पल पर पानी की आवश्यकता होती है। इसके लिए समाजसेवियों द्वारा पक्षियों को पानी पीने के लिए सकोरे टांगे गए है लेकिन सकोरे खाली होने पर लोगों को ध्यान नही रहता है और पक्षी पानी के लिए भटकने लगते है। इससे निजात दिलाने के लिए एक डाॅक्टर दंपत्ति ने जुगाड़ तकनीकी से इस समस्या का समाधान कर दिया है। इस जुगाड़ से चार-पांच दिन तक सकोरे में पानी भरने की आवश्यकता नहीं होगी। सकोरा में पानी के बारे में दूर से ही आसानी से पता लगाया जा सकता है।
डॉ. राजीव जैन व उनकी पत्नी सीमा जैन बताते हैं कि इस जुगाड़ को अपनाने से रोज रोज सकोरा भरने के झंझट से निजात मिलने के साथ साथ पंछियों को प्यासा भटकना नहीं पड़ेगा।
डाॅ.राजीव जैन ने बताया कि उन लोगों ने एक मिट्टी का पात्र लिया और उसमें बारीक छेद किया और उसमंे बाॅटल का ढक्कन कस दिया। इसके बाद बाॅटल में नीचे की तरफ तीन बारीक छेद कर दिए। जिससे आधा पात्र पानी भरता है जबकि बॉटल के छेद पानी में डूबने की वजह से बाॅटल में से पानी निकलना बंद हो जाता है। जब पक्षी पानी पी लेते हंै तो फिर उतना ही पानी भर जाता है। इससे रोज-रोज सकोरे को भरने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वह लोगों को ऐसे सकोरे बना कर सबको लगाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
Published on:
03 May 2020 07:17 pm
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