
MP Election 2023 : ज्योतिरादित्य सिंधिया का कमलनाथ और दिग्विजय पर बड़ा हमला, बोले- 'कुर्सी की चिंता उस जोड़ी को है'
मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए मतदान के दिन नजदीक आते आते प्रदेशभर में राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच जुबानी हमले तेज हो गए हैं। इसी कड़ी में अपने गृह क्षेत्र अशोकनगर में कार्यकर्ताओं के बीच उत्साह भरने पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमलनाथ के साथ साथ पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पर भी जमकर निशाना साधा।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को लेकर कहा कि कुर्सी की चिंता तो बड़े भाई और छोटे भाई की उस जोड़ी को है जो कुर्सी दिखते ही कहते हैं आजा-आजा। उन्होंने ये भी कहा कि भारतीय जनता पार्टी में भगवान का नारा लगता है, लेकिन उस पार्टी में मनुष्य का नारा लगता है। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं से पूछा कि आप ही बताओ उस पार्टी में कौनसा नारा लगता है ? तो कार्यकर्ताओं ने भी एक आवाज होकर बोला- 'जय-जय कमलनाथ'।
उन्हें आदिवासी-दलित समाज से कोई लेना देना नहीं- सिंधिया
आपको बता दें कि रविवार को केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अशोकनगर जिले की अशोकनगर विधानसभा के पिपरई पोलिंग बूथ पर भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक लेने पहुंचे थे। इस दौरान सिंधिया ने कहा कि उस जोड़ी को सिर्फ कुर्सी की चिंता है। उन्हें गरीब, किसान और महिलाओं की प्रगति से कोई लेना देना नहीं है। आदिवासी - दलित समाज और पिछड़ा वर्ग से कोई लेना देना नहीं हैं।
सिंधिया ने कहा कि अपने आप को पिछड़े वर्ग का सिपाही बोल रही यही वो कांग्रेस है जिसने पिछड़े वर्ग का कमीशन आ रहा था तो उसका विरोध किया, वीपीसिंह सरकार में मंडल कमीशन आया तो कांग्रेस ने उसका विरोध किया। साथ ही चुनाव में अखिलेश यादव का प्रश्न किया तो कमलनाथ ने कहा अखिलेश-वखिलेश की कोई चिंता नहीं। कार्यक्रम में उनके साथ उत्तर प्रदेश के साथ हरीश द्विवेदी, दिल्ली के विधायक बृजेश गुप्ता समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
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कार्यकर्ताओं को दिए जीत के 14 मंत्र
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पोलिंग बूथ कार्यकर्ताओं को जीत के 14 मंत्र दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि बूथ का किला किस केटेगरी का है, ये पता करें। जिसमें ए प्लस, ए, बी प्लस, बी केटेगरी बताईं और कहा कि अगर बूथ 50 फीसदी से नीचे हैं तो उसे सी केटेगरी समझें और किसी भी बूथ को 51 फीसदी से कम न रहने दें। लिस्टिंग करें कि कितने आवास, कितने लोगों को लाभ, कितनों को लाड़ली का लाभ समेत अन्य लाभ मिले। साथ ही हर दो दिन में बैठक करें और मोबाइल का भी इस्तेमाल कर उनसे संपर्क करें।
Published on:
30 Oct 2023 07:39 pm
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