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MP Election 2023 : मुंगावली विधानसभा में 79.3% मतदान, यहां 3 साल में 3 बार हो चुके चुनाव, जाने वजह

अशोकनगर जिले की मुंगावली विधानसभा सीट क्रमांक- 34 पर शुक्रवार 17 नवंबर 2023 को संपन्न हुए मतदान में 79.3 फीसदी फाइनल वोटिंग हुई है। यहां भाजपा ने मौजूदा विधायक ब्रिजेंद्र सिंह यादव को प्रत्याशी बनाया है। वहीं कांग्रेस ने राव यादवेंद्र सिंह यादव को चुनावी मैदान में उतारा है।

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MP Election 2023

MP Election 2023 : मुंगावली विधानसभा में 79.3% मतदान, यहां 3 साल में 3 बार हो चुके चुनाव, जाने वजह

मध्यप्रदेश के ग्वालियर संभाग में आने वाले अशोकनगर जिले की मुंगावली विधानसभा सीट बीते कुछ वर्षों के दौरान प्रदेशभर में चर्चा का विषय बनी रही है। फिलहाल इस सीट पर भाजपा का कब्जा है। मौजूदा समय में यहां से बृजेंद्र यादव विधायक हैं। बृजेंद्र लगातार तीन बार से इस सीट पर चुनाव जीत रहे हैं। वजह है कि इस सीट पर 2013 से करीब 4 बार चुनाव हो चुके हैं। फिर फरवरी 2018 में उपचुनाव, 2018 चुनाव और 2020 में फिर उपचुनाव। मजेदार बात ये है कि आखिरी तीन चुनाव में बृजेंद्र यादव को जीत मिली। हालांकि, इस दौरान पार्टी जरूर बदली।

17 नवंबर को संपन्न हुए चुनाव में मुंगावली विधानसभा सीट पर 79.3 फीसदी की वोटिंग दर्ज की गई है। वहीं, बात करें 2018 के वोट प्रतिशत की तो पिछली बार इस सीट पर 75.02 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2013 में यहां 77.54 प्रतिशत वोट पड़े थे। देखना दिलचस्प होगा कि इस बार जनता इस सीट से किस उम्मीदवार को चुनकर मध्य प्रदेश की विधानसभा पहुंचाती है।

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उपचुनाव के समीकरण

मुंगावती विधानसभा सीट 2020 में उस वक्त काफी चर्चा में रही, जब ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ विधायक बृजेंद्र यादव ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। उपचुनाव में बृजेन्द्र सिंह यादव को 83 हजार 153 मत मिले, जबकि कांग्रेस के कन्हईराम लोधी को 61 हजार 684 मत मिले। भाजपा के बृजेंद्र सिंह ने ये सीट 21 हजार 469 मतों से जीत ली थी। आखिरी उपचुनाव में इस सीट पर 55.20 फीसदी मतदान हुआ था।

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विधानसभा का जातिगत समीकरण

मुंगावली विधानसभा क्षेत्र यादव मतदाता बाहुल्य क्षेत्र है। इसके अलावा 47 हजार से ज्यादा एससी-एसटी वोट, 18 हजार से ज्यादा लोधी, 9 हजार से ज्यादा कुशवाह, 12 हजार से ज्यादा दांगी, 6 हजार से ज्यादा गुर्जर, 7 हजार से ज्यादा मुस्लिम और 5 हजार से ज्यादा ब्राह्मण वोटर्स भी निर्णायक स्थिति में हैं। इसके अलावा अन्य समाजों के वोट भी 1 से 3 हजार के बीच में हैं जो इस चुनाव के परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं।

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भाजपा के ब्रिजेंद्र सिंह यादव

भाजपा के टिकट पर दोबारा मुंगावली सीट से चुनावी मैदान में उतरने वाले ब्रिजेंद्र सिंह यादव को सिंधिया समर्थक नेता माना जाता है। यही कारण है कि साल 2018 के फरवरी में इस सीट पर हुए उपचुनाव और 2018 के मुख्य चुनाव में जीतने के बाद उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बाजपा ज्वाइन कर ली थी। यही नहीं 2020 के उपचुनाव में भी क्षे6 की जता ने उन्हीं को जिताकर विदानसभा पहुंचाया। मौजूदा समय में ब्रिजेंद्र सिंह यादव इस सीट पर विधायक भी हैं।

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कांग्रेस के राव यादवेंद्र सिंह

कांग्रेस पार्टी ने इस बार के विधानसभा चुनाव में मुंगावली सीट पर भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए राव यादवेंद्र सिंह को टिकट दिया है।

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मुंगावली विधानसभा के मतदाता

अशोकनगर जिले की मुंगावली का विधानसभा क्रमांक 34 हैं। यहां कुल मतदाताओं की संख्या 2 लाख 14 हजार 743 है। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 12 हजार 287 है। जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 1 लाख 2 हजार 251 है।

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मुंगावली विधानसभा की जनता की आवाज

- मुंगावली विधानसभा के बिल्हेरू गांव के लोगों में प्रशासनिक तंत्र को लेकर नाराजगी देखने को मिली। ग्रामीणों का कहना है 20 हजार रुपए देकर तहसील से जमीन का नामांतरण करा पाए और एक साल में भी नक्शा दुरुस्त फाइल पर अधिकारी के हस्ताक्षर नहीं हो सके।

- मौकम आदिवासी नाम के ग्रामीण का कहना है कि यहां के कूपन पर इंदौर में राशन मिल जाता है, लेकिन तहसील के एक गांव का कूपन दूसरे गांव में नहीं चलता। इस व्यवस्था के कारण बड़ी आबादी राशन से वंचित है।

- गर्भवतियों को पोषण आहार की राशि और प्रसव के बाद की रकम न मिलने पर लोगों में नाराजगी है।

- हर साल बाढ़ से प्रभावित होने वाले ढि़चरी गांव के लोगों में भी नुकसान का सही मुआवजा न मिलने पर नाराजगी नजर आई।

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इस बार हर सीट पर कांटे की टक्कर

6 जनवरी 2024 को मध्यप्रदेश विधानसभा का कार्यकाल पूरा हो जाएगा। उससे पहले 3 दिसंबर को चुनाव आयोग नई विधानसभा के गठन की प्रक्रिया को पूरा कर लेगा। 17 नवंबर को पूरे प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने सभी 230 सीटों पर प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। चुनाव से पहले अबतक सामने आए सर्वेक्षणों में ये पता चला है कि इस बार मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान कांग्रेस और भाजपा के बीच हर सीट पर कांटे की टक्कर देखने को मिलेगी।