बेतवा नदी (betwa river) का उफान बढऩे से रविवार दोपहर दो बजे राजघाट बांध के 12 गेट खोलकर 2 लाख 4 हजार 884 क्यूसेक पानी बाहर छोड़ा जा रहा था। इससे पुल डूब जाने से उप्र व मप्र के बीच सड़क मार्ग से आवाजाही बंद हो गई थी और दोनों तरफ भारी वाहनों की लंबी कतार लग गई थी।
सोमवार सुबह साढ़े 9 बजे बेतवा का उफान कम होने से चार गेट बंद कर दिए। इससे अब राजघाट बांध के आठ गेटों से 78 हजार 227 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, साथ ही 4 हजार क्यूसेक पानी बिजली उत्पादन यूनिट को दिया जा रहा है। यानी अब बांध से 82 हजार 227 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। इससे रास्ता चालू हो गया। इससे अब पुल से नीचे पानी बह रहा है और सुबह साढ़े 9 बजे से पुल पर आवाजाही शुरू हो गई।
हर सेकंड 30.22 लाख लीटर आवक, छोड़ रहे 23 लाख बेतवा नदी का उफान घट गया है और इससे अब बेतवा नदी से बांध में एक लाख 6 हजार 736 क्यूसेक पानी आ रहा है, यानी बांध में हर सेकंड 30.22 लाख लीटर पानी आ रहा है। लेकिन बांध से अभी 82 हजार 227 क्यूसेक यानी 23.28 लाख लीटर पानी प्रति सेकंड बाहर छोड़ा जा रहा है। इससे सोमवार रात 8 बजे बांध का जलस्तर 370.25 मीटर रहा और राजघाट बांध अभी 75 सेमी खाली है।