
transfer corruption case: ट्रांसफर के नाम पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप के बाद अशोकनगर सीट से कांग्रेस विधायक हरिबाबू राय व उनके पूर्व पीए मनोज कुमार नामदेव आमने-सामने आ गए हैं। कांग्रेस विधायक ने पीए पर 30 हजार रुपए रिश्वत लेने का आरोप लगाया था तो अब पीए ने विधायक पर पौने दो घंटे तक बंधक बनाए रखने का आरोप लगाया और कहा कि मुझे भ्रष्टाचारी कहा जा रहा है तो विधायक भी तो इंजीनियर रहे हैं व नौकरी की है, उनके पास इतनी संपत्ति कैसे आ गई।
विधायक हरिबाबू राय के निज सहायक रहे मनोजकुमार नामदेव ने रविवार शाम को मीडिया से बातचीत की। जिसमें बताया कि मैं 23 मई को निज सहायक नियुक्त हुआ और पहले दिन घंटे-दो घंटे उनके पास रुका, 24-25 मई को छुट्टी थी तो दोनों दिन घंटे दो घंटे ही रुका। 26 मई को भी यही स्थिति रही और 29 मई को विधायक के साथ सुबह 9 बजे से साढ़े 11 बजे तक रहा और इसके बाद आधा घंटे में ही मुझ पर रुपए लेने के आरोप लगा दिए। मनोजकुमार नामदेव ने कहा कि विधायक के यहां पहले से चार-पांच पीए हैं, उस दिन विधायक ने बुलाया तो वह मेरा वीडियो बनाने लगे, विधायक ने मेरे कपड़े उतरवाए व जांच की और पौने दो घंटे बंधक रखा। मनोज नामदेव ने कहा कि ऐसा लगता है कि मुझे जानबूझकर फंसाया जा रहा है।
विधायक हरिबाबू राय ने मामले पर सफाई देते हुआ कहा कि 'मैंने न दो घंटे तक बंधक बनाया, न उससे कुछ कहा। यह कहा था कि यदि पैसे लिए हैं तो वापस कर दे, न मेरे सामने लिए और न दिए। शिकायतकर्ता ने बताया था कि मैंने 30 हजार रुपए दिए। बसपा नेता बाबूलाल दैलवार का भी फोन आया था कि पैसे मांगता है। कलेक्ट्रेट में इसका रेकॉर्ड देख लीजिए, वहां भी इसने इस तरह के कृत्य किए हैं। ऐसा निज सहायक नहीं चाहिए जो लोगों से पैसा उगाए। इसलिए मैंने उसे हटा दिया।'
Published on:
02 Jun 2025 11:15 am
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