
अशोकनगर. नाम मात्र का मानदेय पाने वाले छोटे कर्मचारियों का किस तरह शोषण होता है, इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि पद कोटवार लेकिन अधिकारी के कुत्ते की देखभाल व बर्तन साफ करने का काम कराया जा रहा है। मामला अशोकनगर का है जहां मंगलवार को पीड़ित कोटवार अपनी पत्नी के साथ साष्टांग दंडवतहोते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा और अपर कलेक्टर से फरियाद लगाते हुए कहा साहब जमादार से बचा लो।
पीड़ित कोटवारी की फरियाद
यह मामला है जनसुनवाई का है। सहोदरी गांव का कोटवार देवीसिंह अपनी पत्नी के साथ तहसील से साष्टांग दंडवत यात्रा शुरू की, बेटा हाथ में भगवान का चित्र व अगरबत्ती लेकर चल रहा था और कोटवार व उसकी पत्नी जमीन पर लेटकर दंडवत होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे। जहां जनसुनवाई में कोटवार देवीसिंह ने तहसील के जमादार राकेश कोरी पर आरोप लगाए कि कोरोना काल में तहसीलदार से झूठी शिकायत कर उसे सस्पेंड करा दिया, बाद एसडीएम के यहां ड्यूटी लगा दी। जहां कुत्ते की देखभाल व बर्तन साफ कराए गए। बाद में एसडीएम ने 8 अगस्त को बहाल करा दिया लेकिन आदेश अब तक नहीं मिला।
एसडीएम के यहां काम करने का दबाव
कोटवार देवीसिंह ने शिकायत में कहा कि वह कोटवार है लेकिन जमादार उसे एसडीएम के यहां काम करने दबाव बना रहा है और सस्पेंड कराने की धमकी देता है। कोटवार का कहना है कि जब उसने कहा कि सुबह 8 बजे ड्यूटी पर आने उसके पास कोई साधन नहीं है तो बोला बच्चे को बेच दे। कोटवार ने सख्त कार्रवाई की मांग की है।
देखें वीडियो- टिकट मिलने के बाद कैलाश विजयवर्गीय का बयान
Published on:
26 Sept 2023 09:49 pm
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