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पाक-अफगान सीमा पर अमरीकी ड्रोन का हमला, 5 आतंकी ढेर

आतंकियों का गढ़ है पाक-अफगान सीमा 2002 से अमरीका इस इलाके में कर चुका है 1000 से अधिक ड्रोन हमले पिछले महीने डोनाल्ड ट्रंप ने हटाई थी ड्रोन हमलों पर लगी रोक

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लाहौर। पाकिस्तानी अधिकारियों ने कहा है कि पाक-अफगान सीमा पर अमरीकी ड्रोन के हमले में कम से कम 5 आतंकी ढेर हो गए हैं। पाक-अफगान सीमा पर अफगानिस्तान की ओर से किए गए अमरीकी ड्रोन हमले के बाद इलाके में हड़कंप मचा गया है। पाक मीडिया की खबरों में कहा गया है कि इस हमले में कम से कम पांच लोग मारे गए। आपको बता दें कि अमरीका पाक-अफगान सीमा पर आतंकियों के सफाए के लिए इस तरह की कार्रवाई करता रहा है।

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पाक-अफगान सीमा है आतंकियों का गढ़

पाक सूत्रों के मुताबिक ड्रोन ने अफगानिस्तान के लमान इलाके में एक घर पर दो मिसाइल दागे। ड्रोन हमले में मारे गए आतंकी हाफिज गुल बहादुर समूह से जुड़े थे। हमले में मरने वाले लोगों में इस समूह का एक कमांडर असदुल्लाह उर्फ शिंगरी भी शामिल था। आपको बता दें कि कुछ महीने से अमरीकी ड्रोन हमले रुक से गए थे क्योंकि इन हमलों से मरने वाले लोगों को लेकर विवाद पैदा हो गया था। हालंकि इस महीने की शुरुआत में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस नीति को रद्द कर दिया था। इसमें ड्रोन हमलों से मारे गए नागरिकों की मौत के लिए ख़ुफ़िया एजेंसियों की राय को आवश्यक बनाया गया था। इस कदम ने उनके पूर्ववर्ती बराक ओबामा द्वारा जारी दो साल पुराने आदेश को उलट दिया, जो सैन्य और आतंकवाद विरोधी अभियानों में टारगेटेड हमलों के लिए ड्रोन के उपयोग में तेजी से वृद्धि के बाद इसके दुरूपयोग को लेकर था।

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अमरीका फिर करेगा ताबड़तोड़ ड्रोन हमला

बताया जा रहा है कि अमरीका, ड्रोन हमले के बिल में संशोधन के बाद अपने हमले तेज कर सकता है। कानून में संशोधन अब सीआइए को हमले करने के लिए अधिक से अधिक आजादी दे सकता है। मानव अधिकार समूहों ने इस कदम की आलोचना की है, इसमें कहा गया है कि यह ड्रोन हमलों में पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए एक कठिन संघर्ष के प्रयास को उलट देता है। आपको बता दें कि 11 सितंबर, 2001 को संयुक्त राज्य अमरीका पर अल-कायदा के हमले के बाद ड्रोन हमले अमरीकी रणनीति के केंद्र बन गए थे। ट्रम्प की कार्रवाई ने ओबामा के 1 जुलाई, 2016 के आदेश को रद्द कर दिया। इसमें अमरीकी खुफिया विभाग के राष्ट्रीय निदेशक को प्रतिवर्ष युद्ध क्षेत्रों के बाहर आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ किए गए हमलों की संख्या को रिपोर्ट करने और ड्रोन हमलों में मारे गए लोगों की मृत्यु का आकलन करने का आदेश दिया था।

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