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बांग्लादेश: बाल विवाह के खिलाफ सरकार सख्त, यूनिसेफ के साथ मिलकर शुरू की योजना

गुरुवार को सरकार ने संस्थागत अभियानों, कार्यक्रमों व संयुक्त प्रयासों के माध्यम से 18 वर्ष से कम आयु की लड़कियों की शादी रोकने के लिए एक राष्ट्रीय कार्ययोजना शुरू की है।

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Shweta Singh

Aug 03, 2018

Bangladeshi government joint plan to abolish child marriage

बांग्लादेश: बाल विवाह के खिलाफ सरकार सख्त, यूनिसेफ के साथ मिलकर शुरू की योजना

ढाका। बांग्लादेश सरकार की ओर से बाल विवाह को रोकने कवायद ने तेजी पकड़ी है। इसके तहत गुरुवार को सरकार ने संस्थागत अभियानों, कार्यक्रमों व संयुक्त प्रयासों के माध्यम से 18 वर्ष से कम आयु की लड़कियों की शादी रोकने के लिए एक राष्ट्रीय कार्ययोजना शुरू की है।

यूनीसेफ के साथ शुरू की गई योजना

एक समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार सरकार ने संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय बाल आपात निधि (यूनीसेफ) के साथ संयुक्त रूप से एक योजना शुरू की है। इसका लक्ष्य 15 वर्ष से कम आयु की लड़कियों के विवाह पर रोक लगाना, 2021 तक 18 वर्ष आयु में शादी करने वाली लड़कियों की दर एक-तिहाई तक कम करना तथा 2041 तक बाल विवाह को पूरी तरह खत्म करना है।

रातों-रात नहीं खत्म हो सकता बाल विवाह

हालांकि सरकार इन योजनाओं को खत्म करने में पूरी तरह तेजी दिखा रही है, लेकिन फिर भी इस पर रोक लगाना इतना आसान नहीं। इस संबंध में बात करते हुए महिला एवं बाल-विकास कनिष्ठ मंत्री मेहर अफरोज चुमकी ने कहा, 'बाल विवाह एक रात में खत्म करना मुश्किल है। बहुत गरीब परिवार, ऐसी लड़कियां जिनके परिजन नहीं हैं, उनके लिए बाल विवाह रोकना मुश्किल है।'

दुनियाभर में सर्वाधिक बाल विवाह के मामले में बांग्लादेश चौथे स्थान पर

यूनीसेफ ने इससे जुड़ा एक आंकड़ा जारी किया था, जिसके मुताबिक दुनियाभर में सर्वाधिक बाल विवाह के मामले में बांग्लादेश चौथे स्थान पर है। तीन अन्य देश नाइजर, मध्य अफ्रीकी गणराज्य और चाड हैं। देश में 2005-2013 में 65 फीसदी महिलाओं का विवाह 18 वर्ष से पहले हो गया था।

आंकड़ों के दर में हाल के वर्षों में गिरावट

वहीं दूसरी ओर बांग्लादेशी सरकार का आंकड़ा है कि हाल के वर्षो में इस दर में गिरावट आई है जो 2015 में 62.8 फीसदी थी और 2017 में 47 फीसदी पर पहुंच गई। महिला एवं बाल विकास सचिव नसीमा बेगम ने समस्या के उन्मूलन के लिए शुरू किए गए कार्यक्रम की सफलता के प्रति उम्मीद जताई है।