
China: Children locked up for as long as 10 days at Internet Addiction Camp! Operators sentenced to jail
बीजिंग। आज का समय इंटरनेट ( Internet ) आधारित है यानी कि आज के इस दौर में हर काम इंटरनेट के द्वारा किया जा रहा है। ऐसे में इंटरनेट का इस्तेमाल युवाओं और बच्चों में काफी देखा जा रहा है। हालांकि इंटरनेट के नाकारात्मक प्रभाव ( Negative effects of internet ) को देखते हुए बच्चों को इससे दूर रहने की सलाह दी जाती है। इन सबके बीच चीन से एक बड़ी खबर सामने आई है।
दरअसल, दक्षिण-पूर्वी चीन ( southeastern China ) में संचालित एक स्व-घोषित इंटरनेट एडिक्शन उपचार सुविधा ( self-proclaimed internet addiction treatment facility ) केंद्र में बच्चों को बंधक बनाकर रखने का मामला सामने आया है। चीनी बच्चों को 10 दिन से अधिक समय तक बंधक बनाकर रखने का मामला सामने आने के बाद सुविधा केंद्र के संचालकों को जेल की सजा सुनाई गई है।
बताया जा रहा है कि ये सुविधा केंद्र कई सौ Boot कैंप शैली के डिटॉक्स केंद्रों ( boot camp-style detox centers ) में से एक है। युवाओं के अधिक समय तक ऑनलाइन ( Online ) रहने और इंटरनेट पर समय बिताने के बीच बढ़ती चिंताओं को दूर करने के लिए पिछले दस वर्षों में पूरे चीन में ऐसे केंद्र खोले गए हैं।
बता दें कि चीन में सोशल मीडिया ( Social Media ) और अन्य मीडिया पर व्यापक सेंसरशिप और चुस्त सरकारी नियंत्रण ( censorship and tight government control ) के बावजूद दुनिया के सबसे बड़े इंटरनेट उपयोगकर्ताओं ( world's largest internet user ) में से चीन एक है। यहां पर 850 मिलियन से अधिक लोगों तक वेब की पहुंच है। इनमें से लगभग 200 मिलियन ऑनलाइन उपयोगकर्ता ऐसे हैं जिनकी आयु 15 से 35 के बीच है।
इंटरनेट की लत एक मानसिक विकार
इंटरनेट एडिक्शन उपचार शिविरों ( internet addiction treatment facility ) ने 2008 में आधिकारिक तौर पर ये माना कि इंटरनेट की लत एक मानसिक विकार ( internet addiction as a mental disorder ) है। चीन के इस फैसले के बावजूद इंटरनेट उपयोग करने वालों की संख्या में काफी उछाल देखा गया। लेकिन हाल के वर्षों में कुछ नकारात्म खबरों और गंभीर शारीरिक शोषण के आरोपों के कारण चिंताएं काफी बढ़ गई हैं।
चीनी राज्य मीडिया की रिपोर्टों के मुताबिक, 2014 में हेनान प्रांत के झेंग्झौ शहर ( Zhengzhou in Henan Province ) में इंटरनेट डिटॉक्स सेंटर में प्रशिक्षकों द्वारा पीटे जाने के कारण एक 19 वर्षीय लड़की की मौत हो गई थी। इस तरह से कई अन्य रिपोर्टों में ये आरोप लगाया गया है कि शिविरों में इलेक्ट्रोकोनवल्सी थैरेपी ( electroconvulsive therapies, ECT ) के उपचारों का उपयोग किया जाता है।
बीते मंगलवार को जब एक मामला कोर्ट पहुंचा तो दस्तावेजों से पता चला कि 10 दिन से अधिक समय के लिए यांग्शी प्रांत में युज़हांग अकादमी ( Yuzhang Academy in Jiangxi province ) में एकान्त कारावास में 12 युवाओं को कैद करके रखा गया। इस आरोप में चार संचालकों को दोषी पाया गया। इनमें वू, रेन, झांग और क्व ( Wu, Ren, Zhang and Qu ) को अवैध हिरासत का दोषी पाया गया। सभी पीड़ितों में से 11 की उम्र 18 वर्ष से कम थी।
कोर्ट ने वू को लगभग तीन साल जेल की सजा सुनाई, जबकि रेन को दो साल सात महीने और और झांग को एक साल दस महीने की सजा सुनाई। Qu को 11 महीने की सजा सुनाई गई है।
Updated on:
08 Jul 2020 06:13 pm
Published on:
08 Jul 2020 05:29 pm
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