
China Mars rover zhurong has beamed back its first images of the red planet
नई दिल्ली। मंगल ग्रह पर पिछले शनिवार को उतरे चीन के रोवर जुरोंग ( Zhurong ) ने पहली तस्वीरें भेजी हैं। चाइना नैशनल स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन ( CNSA ) ने रोवर के फ्रंट और बैक व्यू की तस्वीरें साझा की हैं। खास बात यह है कि इन तस्वीरों में वो जगह साफ दिखाई दे रही हैं, जहां पर रोवर ने लैंड किया है। इसके अलावा रोवर के पिछले हिस्से का नजारा भी सामने आया है।
पहली तस्वीर फ्रंट व्यू की है, जिसमें दिख यूटोपिया प्लानिटिया जहां रोवर उतरा था उसकी तस्वीर ब्लैक एंड व्हाइट भेजी गई है। जबकि दूसरी तस्वीर जो रोवर के पिछले व्यू दिखा रही है वो रंगीन है।
इस तस्वीर में खुले हुए सोलर पैनल और ऐंटेना नजर आ रहे हैं। आपको बता दें कि चीन का ये रोवर पिछले साल जुलाई में लॉन्च हुआ था और फरवरी में मंगल की कक्षा में पहुंचा था।
अंतरिक्ष के क्षेत्र में चीन ने लंबी छलांग मारी है। चार दिन पहले ही चीन ने मंगल की सतह पर अपना पहला स्पेसक्राफ्ट उतारा है। Tianwen-1 मिशन ऐसा पहला मिशन है जब एक ही बार में कक्षा में भी यान प्रक्षेपित किया गया।
वहीं रोवर ने अब लैंडिंग के बाद पहली तस्वीरें भेजी हैं। इन तस्वीरों में रोवर के फ्रंट व्यू जिसे सेल्फी भी कहा जा रहा है उसका नजारा भेजा है।
जबकि दूसरी रंगीन तस्वीर में रोवर के पिछले हिस्से दृश्य दिखाया है। रंगीन छवि, चीन के मार्स रोवर पर नेविगेशन कैमरे द्वारा ली गई है। इसके सौर पैनल खुले हुए हैं, जो ऊर्जा के लिए सूर्य की किरण में भीगते हुए दिखाई देते हैं। चीनी पौराणिक कथाओं में आग के देवता के नाम रोवर को ज़ुरोंग का नाम रखा गया है।
डायग्नोस्टिक टेस्ट करेगा रोवर
फिलहाल कुछ दिन तक रोवर कुछ डायग्नोस्टिक टेस्ट करेगा इसके बाद आगे का मिशन शुरू किया जाएगा। यह भी लाल ग्रह की सतह पर जीवन के निशान खोजेगा।
CGTN के मुताबिक रोवर के आगे एक कैमरा लगा है जो इसके लिए 'आंखों' का काम करता है। तस्वीर में दिख रहीं दो आर्म्स रेडार सिस्टम का हिस्सा हैं, जबकि दो रोल प्लैटफॉर्म से ग्राउंड की ओर निकल रही हैं, जिससे रोवर को गाइड किया जाता है।
पहले ये लैंडर में थे और बाद में बाहर आ गए, जो दिखाता है कि पूरा सिस्टम सही से काम कर रहा है।
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चट्टानों के सैंपल कलेक्ट करेगा रोवर
चीन का Zhurong चट्टानों के सैंपल कलेक्ट करेगा। इस रोवर में 6 पहिए लगए हुए हैं और यह सौर ऊर्जा से चलता है। इसका वजन करीब 240 किलो है। यह मंगल पर चट्टानों के सैंपल इकट्ठा करने के साथ ही उनकी स्टडी करेगा।
3 महीने तक करेगा काम
जूरोंग करीब 3 महीने तक काम करेगा। लैंडिंग से पहले Tianwen-1 का ऑर्बिटर कई तस्वीरें पहले ही दे चुका है। लेकिन अब इसने लैंडिंग के बाद की तस्वीरें भेजी है।
वहीं एक वीडियो तियानवेन-1 के स्मॉल इंजिनियरिंग सर्वे सब-सिस्टम कैमरे से लिया गया था, जिसके फ्रेम में मंगल ग्रह करीब आता दिख रहा था।
इसके बाद मंगल के वायुमंडल का किनारा नजर आया। मंगल की सतह पर मौजूद गड्ढे (Crater) भी इस वीडियो में देखने को मिले थे।
वहीं एक अन्य वीडियो में तियानवेन-1 के ट्रैकिंग ऐंटेना के मॉनिटरिंग कैमरा से ली गई तस्वीर दिखी थी। इंजिनियरिंग सर्वे सब-सिस्टम में कई छोटे मॉनिटरिंग कैमरे लगे हैं।
Published on:
20 May 2021 08:29 am
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