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डोकलाम: भारतीय जवानों को हटाने के लिए सैन्य कार्रवाई कर सकता है चीन

चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के एक लेख में कहा गया है कि चीन भारतीय सेना की तैनात को बहुत दिनों तक बर्दाश्त नहीं करेगा।

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Mohit Sharma

Aug 05, 2017

doklam

नई दिल्ली। भारत, चीन व भूटान ट्राइजंक्शन स्थित डोकलाम को लेकर जहां भारत-चीन दिनों दिन तनाव बढ़ता जा रहा है, वहीं चीनी विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि भारतीय सेना को पीछे हटाने के लिए चीन सैन्य कार्रवाई को अंजाम दे सकता है। चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स के एक लेख में कहा गया है कि चीन भारतीय सेना की तैनात को बहुत दिनों तक बर्दाश्त नहीं करेगा। वह दो हफ्तों के अंदर छोटे स्तर का सैन्य ऑपरेशन चलाने की तैयारी कर रहा है।

शुक्रवार को हुई थी उच्च स्तरीय बैठक

चीन में इंस्टिट्यूट ऑफ इंटरनेशनल रिलेशन्स ऑफ द शंघाई अकादमी ऑफ सोशल साइंसेस के रिसर्च फेलो हू जियोंग के मुताबिक डोकलाम में भारतीय सेना की तैनाती को चीन में हर दिन हलचल तेज होती जा रही है। शुक्रवार को भी वहां 6 मंत्रालयों व सेना से जुड़े संस्थानों की उच्च स्तरीय बैठक हुई। चीन का आरोप है कि भारत भूटान के बहाने चीन पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। चीन भारत से कह चुका है कि वह अपनी सेना पीछे हटाए, लेकिन भारत कह रहा है कि वह अपनी जमीन पर खड़ा है, इसलिए सेना पीछे हटाने का सवाल नहीं।

पांच साल तक नहीं सुधर पाएंगे सुबंध

अखबार में लिखा गया है कि चीनी सेना यह कार्रवाई अगले दो हफ्तों में कर सकती है। चीनी विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर दोनों देशों के बीच सैन्य टकराव होता है तो कम से कम 5 सालों तक द्विपक्षीय संबंधों में सुधार नहीं हो पाएगा। बता दें कि गुरुवार से लेकर शुक्रवार तक चीन के विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, भारत में चीन के दूतावास और पीपुल्स डेली ने भारत और चीन के बीच डोकलाम में गतिरोध पर बयान दिया। इस गतिरोध में 50 दिन से ज्यादा हो गया और अब भी विवाद जारी है।

...तो पीछे नहीं हटेगा चीन

उधर, गुरुवार को चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता रेन ने बयान जारी करते हुए कहा था कि भारत बिना देरी के अपने घुसपैठ करने वाले सैनिकों को चीनी सीमा से वापस बुलाए। इसके बाद वहां की सरकारी मीडिया ने रेन के बयान को कोट करते हुए कहा था कि भारत को अपने देरी की रणनीति का भ्रम छोड़ देना चाहिए और घुसपैठ करने वाले अपने सैनिकों अपनी सीमा में बुला लेना चाहिए। चीन के एक सैन्य विशेषज्ञ की मानें तो उनका देश डोकलाम से अपने सैनिकों को वापस नहीं हटाएगा। चीन का मानना है कि यदि वह ऐसा करता है तो भारत को भविष्य में उसके लिए समस्या खड़ी करने का प्रोत्साहन मिलेगा। नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी ऑफ द पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के इंटरनेशनल कॉलेज ऑफ डिफेंस में सहायक प्राध्यापक यू दोंगशियोम ने कहा कि अगर भारतीय रणनीतिकार और नीति निर्माता यह सोचते हैं कि चीन वापस लौट जाएगा, तो उनकी सोच बिल्कुल गलत है।