इमरान खान का बयान
पाकिस्तानी पीएम इमरान ने ये बातें पंजाब प्रांत के नौकरशाही को संबोधित करते हुए कहीं। इस दौरान उन्होंने ये भी आशा जताई कि भारत उनके प्रस्ताव को स्वीकार करेगा। उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि भारतीय नेतृत्व अहंकार छोड़ेगा और पाकिस्तान के साथ (शांति) वार्ता करेगा। दोस्ती के लिए हमारे प्रस्ताव को किसी कमजोरी की तरह नहीं देखा जाना चाहिए। सभा में उन्होंने भारत-पाक की दोस्ती के फायदे भी गिनाए। उनके मुताबिक दोनों देशों के बीच की दोस्ती से गरीबी जैसी समस्याओं से उबरने में मदद करेगी। इसके साथ ही भारत और पाकिस्तान के अच्छे संबंध होने पर दोनो देश किसी भी वैश्विक शक्ति के दबाव में नहीं आएंगे। हालांकि खान ने आगे ये भी कहा ,’ पाक को धमकी देने की भूल न की जाए, क्योंकि वह दुश्मनी के किसी भी कदम को बर्दाश्त नहीं करेगा।’
द्विपक्षीय वार्ता दोबारा शुरू करने का दिया था प्रस्ताव
गौरतलब है कि पाक पीएम ने प्रधानमंत्री मोदी को एक चिट्ठी लिखी थी। उक्त चिट्ठी में आतंकवाद और कश्मीर जैसे कुछ अहम मसलों पर द्विपक्षीय वार्ता दोबारा शुरू करने का जिक्र था। इसके प्रतिक्रिया में शुरुआत में भारत ने इस महीने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में बातचीत पर सहमति जताई थी। जिसके चलते भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी की बैठक होनी थी।
दोहरे रवैये के कारण रद्द हुई प्रस्तावित वार्ता
हालांकि पिछले हफ्ते पाक के दोहरे रवैये के कई सबूत देखने के बाद नई दिल्ली ने शुक्रवार को इस प्रस्तावित बैठक को रद्द करने का फैसला ले लिया। बता दें कि हाल ही में जहां एक ओर पाक ने जम्मू कश्मीर में तीन पुलिसवालों की बर्बरता से हत्या की वहीं दूसरी ओर कश्मीरी नौजवान बुरहान वानी के महिमा मंडन में डाक टिकटों को जारी किया।