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करतारपुर कॉरिडोर शिलान्यास में पहुंचा खालिस्तानी आतंकी, पाक आर्मी चीफ बाजवा से मिलाया हाथ

Published: Nov 28, 2018 05:00:49 pm

Submitted by:

Chandra Prakash

पाकिस्तान में करतारपुर साहिब कॉरिडोर के शिलान्यास कार्यक्रम में एक आतंकी भी शामिल हुआ है। जो पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा के साथ हाथ मिलाता देखा गया है।

Khalistani Gopal Chawla with Qamar Javed Bajwa

करतारपुर कॉरिडोर शिलान्यास में पहुंचा खालिस्तानी आतंकी, पाक आर्मी चीफ बाजवा से मिलाया हाथ

नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बनाए जा रहे करतारपुर साहिब कॉरिडोर की नींव रख दी गई है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने नारोवाल जिले में गुरूद्वारा दरबार साहिब से लगभग चार किलोमीटर लंबे कॉरिडोर शिलान्यास करते हुए कहा कि सिख समुदाय की सात दशक पुरानी मांग अब पूरी होने जा रही है। इस मौके से जहां भारत और पाकिस्तान के रिश्तों को मजबूत होने का दावा किया जा रहा था, वहीं कार्यक्रम में खालिस्तानी आतंकी गोपाल सिंह चावला की मौजूदगी ने विवाद खड़ा कर दिया है। चावला पाकिस्तान के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा के साथ हाथ मिलाता देखा गया है।

बाजवा के साथ खड़ा था खालिस्तानी आतंकी

पाकिस्तान के राष्ट्रीय चैनल पीटीवी की ओर से किए जा रहे समारोह के प्रसारण में आतंकी सरगना हाफिज सईद का सहयोगी माना जाने वाला खालिस्तानी आतंकी गोपाल सिंह चावला भी मौजूद था। इस दौरान वह बाजवा से हाथ मिलाने के बाद उनके साथ काफी देर तक खड़ा था। खबरों के मुताबिक चावला पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और 26/11 हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के साथ मिलकर पंजाब में आतंक फैलाने की साजिश रच रहा है।

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हाफिज के साथ हैं चावला के रिश्ते

कुछ समय हाफिज के साथ चावला की एक तस्वीर भी जांच एजेंसियों को मिली थी, जिसके आधार पर ये दावा किया गया कि लश्कर का आका भारत में आतंक फैलाने के लिए खालिस्तानी आतंकियों से संपर्क कर रहा है। एक अंग्रेजी अखबार ने अपनी रिपोर्ट में पिछले दिनों दावा किया था कि करतारपुर कॉरिडोर खोलने के पीछे पाकिस्तान की मंशा है कि वे अपने आतंकी मंसूबों को भारत में आसानी ने अंजाम दे सके। वह धार्मिक और मानवीय पहलु की आड़ में इस कॉरिडोर का गलत इस्तेमाल कर सकता है।

गुरू नानक देव ने यहां गुजारे थे 18 साल

बताया जाता है कि करतारपुर में रावी नदी के किनारे स्थित गुरूद्वारा दरबार सहिब में सिखों के पहले गुरू नानक देव जी ने लगभग 18 साल बिताए थे और यहीं उन्होंने अंतिम सांस ली थी। इससे पहले भारत सरकार ने गुरू नानक देव की 550वें प्रकाशोत्सव वर्ष में पंजाब के गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक के निकट भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कॉरिडोर का निर्माण करने का फैसला लिया था। कॉरिडोर का निर्माण अगले छह माह में पूरा हो जाने की उम्मीद है जिससे भारतीय सिख श्रद्धालु बिना वीजा के पाकिस्तान स्थित गुरूद्वारा करतारपुर साहिब के दर्शन करने वहां जा सकेंगे। 26 नवंबर को उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भारतीय क्षेत्र में डेरा बाबा नानक के निकट मान गांव इस कॉरिडोर के निर्माण का शिलान्यास किया था।

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