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अफगानिस्तानः गजनी में सुरक्षाबलों और तालिबान के बीच संघर्ष, गायब हुए 100 अफगान सैनिक

गजनी में अफगान सुरक्षाबलों और तालिबानी आतंकियों के बीच लड़ाई चौथे दिन भी जारी है।

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अफगानिस्तानः गजनी में सुरक्षाबलों और तालिबान के बीच संघर्ष, गायब हुए 100 अफगान सैनिक

काबुल। गजनी प्रांत से अफगान विशेष बल के करीब 100 सैनिक गायब हो गए। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से महज 125 किलोमीटर दूर स्थित गजनी में चार दिनों से आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच संषर्ष छिड़ा हुआ है। राष्ट्रपति अशरफ गनी ने सुरक्षाबलों की मदद के लिए और ज्यादा सैनिकों को मौके पर भेजा है। इस लड़ाई में अमरीका, अफगान बलों की हवाई हमलों के जरिए मदद कर रहा है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, लापता यूनिट के दस कर्मियों की हत्या कर दी गई है और 20 को अजरिस्तान जिले में जिंदा पाया गया है। इस घटना की राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कड़ी निंदा की है।

शुक्रवार को किया था हमला

गजनी शहर पर शुक्रवार तड़के सैकड़ों तालिबानियों ने हमला शुरू किया था। गजनी प्रांत की राजधानी चौथे दिन भी घेराबंदी में है। सैकड़ों तालिबानियों द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय (अफगानिस्तान की इंटेलिजेंस एजेंसी) और प्रांतीय गवर्नर कार्यालय सहित महत्वपूर्ण सरकारी संस्थाओं पर हमला करने के बाद यह संघर्ष शुरू हुआ। बता दें कि गजनी, काबुल से 125 किमी दक्षिण में है। इस लिहाज से यह लड़ाई काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि अगर तालिबान इस लड़ाई में सैनिकों पर भारी पड़ जाएगा तो राजधानी में हालात कभी बदल सकते हैं। अक्टूबर में होने वाले संसदीय चुनाव से पहले गजनी पर तालिबान का हमला सरकार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

य़े भी पढ़ेंः अफगानिस्तानःसुरक्षाबलों और तालिबान के बीच मुठभेड़, 50 लोगों की मौत

रविवार को 50 आतंकियों ने किया था आत्मसमर्पण

इससे पहले अफगानिस्तान के बादगीस प्रांत में रविवार को प्रमुख तालिबानी कमांडर सहित 50 आतंकवादियों ने अफगान अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया था। इन आतंकियों में तालिबान का प्रमुख कमांडर मुल्लाह तूफान भी शामिल है। मुल्लाह तूफान ने पिछले कुछ सालों में कदिस में 300 लड़ाकों को कमांड किया था। उसका आत्मसमर्पण प्रांत और आसपास के इलाकों में तालिबान के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।