28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

अजरबैजान-आर्मेनिया में 16वें दिन भी युद्ध जारी, अब तक 600 से अधिक की मौत

HIGHLIGHTS Armenia-Azerbaijan Conflict: संघर्ष विराम की घोषणा के बाद भी नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र को लेकर अजरबैजान और आर्मेनिया के बीच 16वें दिन युद्ध जारी रहा। नागोर्नो-काराबाख के सैन्य अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को उनके (आर्मेनिया) 16 सैन्यकर्मी युद्ध में मारे गए। अधिकारी ने कहा कि 27 सितंबर को शुरू हुई इस संघर्ष में उसके 532 सैनिकों की मौत अब तक हो चुकी है।

2 min read
Google source verification
war.jpg

येरेवान। अजरबैजान और आर्मेनिया ( Armenia-Azerbaijan Conflict ) के बीच नागोर्नो-काराबाख क्षेत्र ( Nagorno-Karabakh Conflict ) को लेकर 16वें दिन भी युद्ध जारी है। रूस के नेतृत्व में संघर्ष विराम की घोषणा के बावजूद भी दोनों देशों के बीच जंग जारी है और इस लड़ाई में अब तक 600 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।

इस युद्ध में आम नागरिकों की भी मौत हुई है। नागोर्नो-काराबाख के सैन्य अधिकारियों ने जानकारी दी है कि मंगलवार को उनके (आर्मेनिया) 16 सैन्यकर्मी युद्ध में मारे गए। अधिकारी ने कहा कि 27 सितंबर को शुरू हुई इस संघर्ष में उसके 532 सैनिकों की मौत अब तक हो चुकी है।

Armenia-Azerbaijan War: ईरान ने दी भारी तबाही की चेतावनी, युद्ध में अब तक 300 से अधिक की मौत

दूसरी तरफ अजरबैजान ने अपनी सेना के हुए नुकसान के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं दी है। लेकिन ये बताया है कि दो हफ्तों की लड़ाई में उसके 42 आम नागरिक मारे गए हैं। किनागर्नो-काराबाख के मानवाधिकार लोकपाल अर्तक बेलारयान ने सोमवार को ये बताया था कि इस इलाके में कम से 31 आम नागरिकों की मौत हुई है और सैकड़ों अन्य घायल हुए हैं। हालांकि लगातार 16वें दिन तक जारी इस युद्ध में दोनों पक्षों की ओर से कुल हताहतों की संख्या बहुत अधिक होने की संभावना है।

संघर्ष विराम के बाद भी युद्ध जारी

बता दें कि आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच चल रहे इस संघर्ष में कई देश अप्रत्यक्ष तौर पर शामिल हो गए हैं। ऐसे में यह व्यापक रूप से तीसरे विश्वयुद्ध का कारण न बन जाए, इसलिए रूस की मध्यस्थता में संघर्ष विराम की घोषणा की गई। लेकिन शांति समझौते के बावजूद भी जंग जारी है।

चूंकि सीरिया और लीबिया में तुर्की और रूस पहले से ही आमने-सामने हैं। ऐसे में इस युद्ध में भी दोनों देश की भूमिका अहम हो जाती है। रूस की मध्यस्थता में हुए शांति समझौते के बावजूद दोनों देशों में जंग जारी है। तुर्की में बने हमलावर ड्रोन विमान नागोर्नो-काराबाख में आर्मेनियाई टैंकों का शिकार कर रहे हैं। वहीं आर्मेनिया की तरफ से रूस की अहम भूमिका है।

आर्मेनिया और अजरबैजान युद्ध विराम को राजी, Russia ने निभाई मध्यस्थ की भूमिका

संघर्ष विराम को लेकर रूसी विदेश सर्गेई लावरोव ने कहा था कि युद्धबंदियों और अन्य पकड़े गए व्यक्तियों की अदला-बदली के मानवीय उद्देश्य के साथ-साथ सैनिकों के शवों की अदला-बदली पर सहमति के साथ युद्धविराम घोषित किया गया है।

इसके अलावा यह भी घोषणा की गई थी कि शांति बहाली पर ओएससीई मिन्स्क समूह के प्रतिनिधियों की मध्यस्थता के साथ व्यावहारिक वार्ता शुरू की जाएगी।