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दोस्ती में बदली कोरियाई देशों की दशकों पुरानी दुश्मनी, किम और मून बोले- ‘अब बस शांति’

किम जोंग उन साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जेइ इन से मुलाकात करने पनमुनजोम पहुंचे तो पूरा नजारा ही बदल गया।

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North Korea

नई दिल्ली। नॉर्थ और साउथ कोरिया के बीच दशकों पुरानी दश्मनी अब गई गुजरी बात हो गई है। किम जोंग उन साउथ कोरिया के राष्ट्रपति मून जेइ इन से मुलाकात करने पनमुनजोम पहुंचे तो पूरा नजारा ही बदल गया। दोनों के बीच पीस हॉल में करीब एक घंटे तक हुई बातचीत में दोनों नेता एक दूसरे का हाथ थामे नजर आए। इसके बाद दोनों नेताओं ने संयुक्त रूप से एक पेड़ लगाया और कहा कि दोनों देशों के बीच अब जंग नहीं केवल शांति की स्थापना होगी। वहीं, नॉर्थ कोरिया की मीडिया ने प्रायद्वीप को परमाणु मुक्त बनाने के दोनों पक्षों की प्रतिबद्धता के अनुरूप दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति के साथ उनके नेता की ऐतिहासिक शिखर बैठक की शनिवार को प्रशंसा की गई। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार देश के मुख्य समाचारपत्र रोडोंग सिनमुन ने अपने प्रथम पृष्ठ पर शुक्रवार को हुई बैठक के विभिन्न पलों की 15 तस्वीरें प्रकाशित की हैं। साथ ही दूसरे पृष्ठ पर 20 अन्य तस्वीरें प्रकाशित हैं।

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हाथ में हाथ थामें आए नजर

तस्वीरों में किम जोंग-उन और मून जे-इन को एक दूसरे का हाथ थामे दिखाया गया है। यह वह पल है, जब उत्तर कोरियाई नेता ने दक्षिणी सीमा को पार किया है और प्रतीकात्मक वृक्षा रोपण समारोह में शिरकत किया है। समाचार पत्र में शुक्रवार को दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन और किम के बीच हस्तारक्षित पनमुनजोम घोषणा-पत्र के पूरे विवरण को भी प्रकाशित किया गया है।

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1950 के बाद बदला परिद्रश्य

प्योंगयांग में मीडिया ने शुक्रवार को केवल अपने नेता के दक्षिण कोरिया जाकर मून के साथ मुलाकात का उल्लेख किया था। जबकि शनिवार को मीडिया ने शिखर बैठक को पूरा कवर किया है। देश की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए ने घोषणा पत्र को प्रकाशित किया है, जिसमें कोरियाई प्रायद्वीप को परमाणु मुक्त करने के समान लक्ष्य पर चर्चा की गई है। एजेंसी ने 1950 के बाद से दोनों देशों के बीच तकनीकी रूप से युद्ध की आशंका को समाप्त कर सुलह, शांति और समृद्धि के नए युग की शुरुआत करने वाले इस ऐतिहासिक शिखर बैठक का स्वागत किया है।