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एक-दूसरे पर आरोप लगाते रहे हैं दोनों देश
पाकिस्तान और भारत ने नियंत्रण रेखा पर 2003 में एक संघर्षविराम की घोषणा की थी, लेकिन दोनों पक्ष नियमित रूप से एक-दूसरे पर संघर्षविराम उल्लंघन के आरोप लगाते रहते हैं। इससे पहले भी पाकिस्तान पहले कश्मीर में सीजफायर का उल्लंघन करता है उसके बाद उल्टे ही भारतीय राजनयिक को तलब कर यह दिखाने की कोशिश करता है कि उसने तो कुछ किया ही नहीं। नियंत्रण रेखा गोलाबारी को लेकर भारत भी पाकिस्तानी राजनायिक को तलब करता रहा है।
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जून में भी भारतीय उप उच्चायुक्त को किया था तलब
इससे पहले पाकिस्तान जून महीने में भी भारत के कार्यवाहक उप उच्चायुक्त को तलब किया था और नियंत्रण रेखा के पार से भारतीय सैनिकों द्वारा बिना किसी उकसावे के कथित संघर्ष विराम उल्लंघन की निंदा की थी। पाकिस्तान ने कहा था कि भारतीय सुरक्षा बलों ने नियंत्रण रेखा और सीमा के पास लगातार सघन आबादी वाली बस्तियों को निशाना बनाया। जिसमें उसके नागरिक की मौत हो गई।