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पाकिस्तानः इमरान खान के प्रधानमंत्री बनने से पहले आतंकी खुश, मसूद अजहर ने जारी किया ऑडियो

इमरान खान की जीत से पाकिस्तान के आतंकी संगठन बेहद खुश दिखाई दे रहे हैं। मसूद अजहर ने 11 मिनट का एक ऑडियो जारी किया है।

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Masood Azhar

पाकिस्तानः इमरान खान के प्रधानमंत्री बनने से पहले आतंकी खुश, मसूद अजहर ने जारी किया ऑडियो

इस्लामाबादः पाकिस्तान में सरकार बनाने जा रहे इमरान खान से आतंकी गदगद हैं। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर ने 11 मिनट का एक ऑडियो जारी किया है। ऑडियो में आतंकी कह रहा है कि इमरान खान की जीत से उसको काफी उम्मीदे हैं। ऑडियो में यह कहते हुए सुनाई दे रहा है कि अभी हाल ही में कश्मीर में हमारे दो मुजाहिद शहीद हुए और उनमें से एक ने ऐन शहादत के समय दीवार पर लिखा, 'जैश-ए-मुहम्मद' जिंदाबाद'। अजहर ने कहा ये है जिहाद की करामत, ये है शहादत की लज्जत कि जान निकलते वक्त भी होश सलामत और ये फिक्र कि जाते-जाते दूसरों को भी रास्ता दिखाया जाए।

भारत के खिलाफ उगला जहर
आतंकी मसूद अजहर ने भारत के खिलाफ भी जमकर जहर उगला। मसूद ने कहा कि जिहाद के लिए इंटरनेट का इस्तेमाल करते हुए लोग अपनी लड़ाई जारी रखें। उसने कहा कि कश्मीरी मुजाहिदीन अपने मोबाइल और इंटरनेट का सही इस्तेमाल कर रहे हैं। उसने कहा कि कश्मीर के लोगों से भारत भी परेशान है जिसकी वजह से इंटरनेट पर बैन लगा दिया जाता है। आतंकी ने कहा कि कश्मीर की आजादी के लिए बड़ी संख्या में मुजाहिद एकजुट हो रहे हैं। भारतीय सेना की आलोचना करते हुए आतंकी ने कहा कि कश्मीर में उसके लोगों के साथ अत्याचार किया जा रहा है।
इमरान खान की जीत से ये आतंकी भी खुश
इससे पहले इमरान खान की पार्टी की जीत के बाद आतंकी हाफिज सईद भी खुशी जाहिर कर चुका हैा। इसके अलावा पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और पाक सेना भी इमरान खान की जीत से बेहद गदगद है। माना जा रहा है कि इमरान खान की जीत के पीछे सेना और आईएसआई का अहम रोल रहा है।

11 अगस्त को इमरान खान लेंगे शपथ
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान 11 अगस्त को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। बता दें कि 25 जुलाई को हुए चुनाव में पीटीआई सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है हालांकि अपने दम पर सरकार बनाने में यह कुछ सीटों से चूक गई। मतों के जादुई आंकड़े को छूने के लिए पीटीआई नेतृत्व ने कथित रूप से मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी), ग्रैंड डेमोक्रेटिक एलायंस (जीडीए), पीएमएल-कैद (पीएमएल-क्यू) और बलूचिस्तान अवामी पार्टी (बीएपी) के साथ साथ निर्दलियों से संपर्क साधा था।