
बिश्केक। शंघाई सहयोग संगठन ( Shanghai Co-operation Organization ) के 19वें शिखर सम्मेलन के दूसरे दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किर्गिस्तान ( Kyrgyzstan ) के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत-किर्गिस्तान बिजनेस फोरम ( India-Kyrgyzstan Business Forum ) का संयुक्त रूप से अनावरण किया। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यह महत्वपूर्ण बाद है कि मेरी बिश्केक यात्रा के दौरान इस बिजनेस फोरम का अनावरण हुआ। पीएम मोदी ने इस दौरान राष्ट्रपति जीनबेकोव को शुक्रिया कहते हुए भारत-किर्गिस्तान के बीच संबंधों को लेकर काफी चर्चा की।
ऐतिहासिक साझेदारी को आधुनिक रूप से बढ़ाने का सही समय
पीएम ने कहा कि दोनों देशों के बीच प्रचीनकाल से ही नजदीकी सांस्कृतिक और आर्थिक संबंध रहे हैं। उन्होंने कहा,'अब समय आ गया है कि इस ऐतिहासिक साझेदारी को आधुनिक रूप से आगे बढ़ाया जाए। व्यापार और निवेश के संदर्भ में हम इन संबंधों का और विस्तार चाहेंगे।' पीएम मोदी ने दावा किया कि व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए पंचवर्षीय रोडमैप तैयार है। मोदी ने इसके लिए तीन कैटलिस्टों का भी जिक्र किया, जिनमें- व्यापारिक माहौल, कनेक्टिविटी और B2B (बिजनेट टू बिजनेस) आदान प्रदान शामिल है।
भारत एक विशाल मार्केट: पीएम मोदी
द्विपक्षीय निवेश समझौते पर बात करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत एक विशाल मार्केट है। यही वजह है कि इसके आर्थिक विकास और प्रौद्योगिकी में बढ़ोतरी दुनियाभर में विकास के प्रमुख कारणों में शामिल हैं। साथ ही भारत के युवा प्रतिभा और इनोवेटर्स देश के 5 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
दोनों देशो के बीच संभावना से कम भागीदारी
अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि अभी तक दोनों देशो के बीच संभावना से भी काफी कम भागीदारी है। इसलिए इस बिजनेस फोरम के अनावरण के लिए यह उपयुक्त समय है। इस दौरान पीएम ने चाबहार पोर्ट का जिक्र करते हुए इसे भारत-किर्गिस्तान में कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए मददगार बताया।
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Updated on:
14 Jun 2019 06:53 pm
Published on:
14 Jun 2019 06:26 pm
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