
कोलंबो। ईस्टर संडे बम धमाकों के बाद श्रीलंका सरकार ने हमलों से निपटने की कवायद में कई देशों के लिए आगमन वीजा ( Visa on Arrival ) निलंबित कर दिया था। अब इस कार्यक्रम को पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया गया है, लेकिन इसमें भारत और चीन शामिल नहीं हैं। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार भारत और चीन को छोड़कर 39 देशों के नागरिकों के लिए आगमन वीजा कार्यक्रम की फिर से शुरुआत की गई है।
भारत और चीन सूची में नहीं
आत्मघाती विस्फोटों के बाद 39 देशों के नागरिकों के आगमन पर वीजा देने की अपनी योजना को श्रीलंका ने 25 अप्रैल को स्थगित कर दिया था। आपको बता दें कि 21 अप्रैल को श्रीलंका में हुए बम बिस्फोटों के बाद श्रीलंका में 250 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और कम से कम 500 लोग घायल हो गए थे।
बताया जा रहा है कि मई से अक्टूबर तक छह महीने की ऑफ-सीजन अवधि के दौरान देश में पर्यटक आगमन को बढ़ाने के लिए आगमन वीजा एक बड़ी पहल का हिस्सा है। बम बिस्फोटों के बाद श्रीलंका में हालात बहुत अधिक खराब हो गए थे, जिसकी वजह से इस देश की यात्रा करने वाले पर्यटकों की संख्या में भारी गिरावट दर्ज की गई है ।
पिछड़ रहा है श्रीलंका का पर्यटन उद्योग
श्रीलंका का पर्यटन उद्योग, जो देश के सकल घरेलू उत्पाद का लगभग पांच प्रतिशत है, विस्फोटों के कारण बुरी तरह प्रभावित हो गया था। पर्यटन विकास मंत्री जॉन अमरातुंगा ने मंगलवार को कहा कि उनका मंत्रालय आव्रजन विभाग के साथ संयुक्त रूप से आगमन पर मुफ्त वीजा को शुरू करने के लिए कैबिनेट की मंजूरी के प्रस्ताव पर काम कर रहा है।
भारत से बड़ी संख्या में जाते हैं पर्यटक
पर्यटन मंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम को भारत और चीन छोड़कर 39 देशों के लिए छह महीने की अवधि के परीक्षण के रूप में लागू किया जाएगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि जिन देशों को वीजा ऑन अराइवल प्रोग्राम में शामिल किया जाएगा, उनमें ऑस्ट्रिया, यूके, यूएस, जापान, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा शामिल हैं। लगभग 50,000 भारतीयों ने पिछले साल श्रीलंका का दौरा किया था। 2019 में कुल भारतीय पर्यटकों के एक मिलियन का आंकड़ा पार करने की उम्मीद थी।
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Updated on:
11 Jul 2019 12:49 pm
Published on:
11 Jul 2019 08:51 am
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