14 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

दुनिया का सबसे छोटा पाव भर का बच्चा सात महीने बाद पहुंचेगा घर

जापान में बच्चे का हुआ है जन्म। जन्म के समय 258 ग्राम का था बच्चा। सात महीन अस्पताल में रहने के बाद बच्चा अब तीन किलोग्राम को हो गया है।  

2 min read
Google source verification
baby born boy

दुनिया का सबसे छोटा पाव भर का बच्चा सात महीने बाद पहुंचेगा घर

नई दिल्ली। दुनिया का सबसे छोटा बच्चा (लड़का) अब अपने घर जाने को तैयार है। दरअसल बीते वर्ष 2018 के अक्टूबर में जापान में दुनिया के सबसे छोटे बच्चे का जन्म हुआ था। अब करीब सात महीने का बाद शुक्रवार को अस्पताल से उसे छुट्टी मिल गई। डॉक्टरों ने कहा कि बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है। बच्चे का नाम Ryusuke Sekiya है जो आपातकालीन सिजेरियन माध्यम से जन्म लिया था। 24 सप्ताह और पांच दिनों के गर्भावस्था के बाद उसकी मां तोशिको ने उच्च रक्तचाप का अनुभव किया था। जिसके बाद अस्पताल में उन्हें भर्ती कराया गया। जहां पर उन्हें एक बच्चे को जन्म दिया।

गिरजाघर नोट्रे डेम की मरम्मत के लिए जापान तैयार, पीएम शिंजो आबे ने कहा- हर संभव करेंगे मदद

जन्म के समय 258 ग्राम था वजन

बता दें कि जिस वक्त बच्चे का जन्म हुआ उस दौरान उनका वजन 258 ग्राम (9.1ओंस) था जो कि पहले के रिकॉर्ड से भी हल्का था। इससे पहले सबसे हल्का बच्चे का वजन 268 ग्राम का था जो की बीते वर्ष ही जन्म लिया था। उन्हें फरवरी में टोक्यो अस्पताल से डिस्चार्च किया गया था। जब अक्टूबर में Ryusuke का जन्म हुआ था उस दौरान उसकी लंबाई 22 सेंटीमीटर (8.66 इंच) था जिसके बाद मेडिकल स्टाफ ने उसे नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई में रखा। उसे ट्यूब के जरीए खाना खिलाया जाता था। कभी-कभी उसकी मां के दूध को कॉटन के कपडों के सहारे पिलाया जाता था। हालांकि अब करीब सात महीने बाद जब बच्चा अपने वजह से 13 गुना अधिक वजन का हो गया, तब डॉक्टरों ने उसे डिस्चार्ज करने का फैसला किया। अब बच्चे का वजन 3 किलोग्राम को हो गया है। इस सप्ताह के अंत तक मध्य जापान के नागानो चिल्ड्रेन हॉस्पिटल से उसे डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। बच्चे की मां ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अब वह दूध पीने लगा है और हम अब उसे बढ़ते हुए देखकर बहुत खुश हैं। मालूम हो कि दुनिया में सबसे हल्के बच्चे का वजन 252 ग्राम था। 2015 में जर्मनी में एक लड़की का जन्म हुआ था जिसका वजन 252 ग्राम था, जो अभी भी जिंदा है। इस तरह के मामलों में ज्यादातर बच्चों की मौत हो जाती है।

Read the Latest World News on Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले World News in Hindi पत्रिका डॉट कॉम पर. विश्व से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर .