
पाकिस्तान: क्या इमरान खान के शपथ ग्रहण में शामिल होंगे विदेशी राष्ट्राध्यक्ष ? पीएम मोदी को लेकर सबसे अधिक चर्चाएं
लाहौर। पाकिस्तान में चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद इमरान खान ने सत्ता में आने की कवायद तेज कर दी है। इमरान खान अगले हफ्ते के मध्य में पीएम पद की शपथ ले सकते हैं। उधर इमरान खान के पीएम पद की शपथ लेने की अटकलों के बीच पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के नेता इस बात को अंतिम रूप देने में लगे हैं कि कौन-कौन से विदेशी नेता शपथ ग्रहण समारोह में आएंगे। जिन नामों के इस शपथ ग्रहण में आने या न आने की सबसे अधिक चर्चा है उनमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम सबसे आगे है।
पीटीआई ने कहा 'अफवाह'
पाकिस्तान तहरीक ए इन्साफ के प्रवक्ता ने शपथ-ग्रहण समारोह में सार्क देशों के नेताओं को आमंत्रित किए जाने की अटकलों से संबंधित मीडिया रिपोर्ट्स को खारिज किया है। पार्टी ने इस संबंध में स्पष्टीकरण दे दिया है। पार्टी ने आधिकारिक बयान जारी कर कहा है कि अभी इस बारे में अंतिम फैसला नहीं किया गया है। पीटीआई के प्रवक्ता फवाद चौधरी ने इससे संबंधित मीडिया रिपोर्ट्स को अफवाह बताते हुए कहा कि इस बारे में फिलहाल फैसला नहीं लिया गया है। कोई भी फैसला विदेश विभाग के सलाह-मशविरे से ही किया जाएगा।
बता दें कि पाकिस्तान में इमरान खान के नेतृत्व में अगली सरकार का गठन लगभग तय हो चुका है। सब कुछ ठीक रहा तो इमरान खान 11 अगस्त को प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ले सकते हैं।इन ख़बरों के बीच पाकिस्तान में इन अटकलों का दौर जारी है कि भारत के पीएम नरेंद्र मोदी क्या शपथ ग्रहण समरोह में शामिल होंगे ! पाकिस्तान के मीडिया में इस बात की चर्चा गर्म थी कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ अपने नेता के शपथ-ग्रहण समारोह में नरेंद्र मोदी को भी आमंत्रित करने पर विचार कर रही है। पीएम मोदी के अलावा चीन और रूस के राष्ट्रपतियों के भाग लेने की भी चर्चा थी। पाकिस्तानी मीडिया में सार्क देशों के राष्ट्राध्यक्षों के भी शपथ ग्रहण में भाग लेने पर चर्चा हो रही है।
क्या मोदी का बदला चुकाएंगे इमरान ?
पीएम मोदी ने 2014 में अपने शपथ ग्रहण समारोह में सार्क देशों के नेताओं को आमंत्रित किया था। मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान के तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ शामिल हुए थे।अब इस बात की अटकलें लगाई जा रही हैं कि क्या इमरान पीएम मोदी को बुलाकर 2014 का बदला चुकाएंगे ?
माना जा रहा कि इमरान अच्छे संबंधों की हिमायत के चलते भारत के पीएम को न्योता भेज सकते हैं, लेकिन इसके लिए पहले इमरान को सेना और पाकिस्तान की कट्टरपंथी जमात से निपटना होगा। सेना कभी नहीं चाहेगी कि भारत के पीएम के साथ इमरान के रिश्ते मजबूत हों। आईएसआई भी निश्चित रूप से इस फैसले का विरोध करेगी।
क्या करेंगे पीएम मोदी
सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या न्योता मिलने पर पीएम मोदी पाकिस्तान जाकर इमरान खान के सपथ ग्रहण में शामिल होंगे ? हालांकि दो दिन पहले ही पीएम मोदी ने इमरान खान को फोन कर उन्हें जीत की बधाई दी है लेकिन उनके लिए पाकिस्तान जाने के बारे में अंतिम फैसला करना आसान नहीं होगा। पाकिस्तान से बढ़ती आतंकी गतिविधियों के बीच भारतीय राजनीतिक नेतृत्व पर पहले से ही बहुत दवाब है। हालांकि पीएम मोदी पाकिस्तान से अच्छे रिश्ते के हिमायती रहे हैं, लेकिन नवाज शरीफ के गद्दी से उतरने के बाद पाकिस्तान में बदली परिस्थितियों के बीच उनके लिए यह फैसला मुश्किल होगा।
Published on:
02 Aug 2018 09:21 am
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