
weather will be change again in rajasthan, up, mp, gujrat, jammu kashmir, all states in India, Impact of guru chandal yog 2023: फरवरी तक ठंड का मौसम था, हालांकि इस बार ठंड ने अपनी ठंडक कम ही दिखाई। वहीं मार्च के पहले वीक में थोड़ी सी गर्मी की शुरुआत भर हुई थी। लेकिन दूसरे वीक के बाद मौसम (weather alert: weather will be change again in India, Impact of guru chandal yog 2023, big change in weather of india) ने जो करवट बदली, तो लोग हैरान रह गए। गर्मी के दिनों में बादल झूमकर बरसने लगे। यानी गर्मी जैसे गायब ही हो गई। लेकिन अब एक बार फिर गर्मी का पारा अपने तेवर दिखाने लगा है। हिन्दु पंचांग के मुताबिक ज्येष्ठ का महीना चल रहा है। माना जाता है कि इस महीने में सूरज की गर्मी अपने तेवर दिखाती है, जैसे आसमान से आग बरस रही हो। पेड़-पौधे, नदी-नाले सूखने लगते हैं। इसीलिए इस महीने में जल का महत्व बढ़ जाता है। पेड़-पौधों और पशुओं के साथ ही मानव सेवा के लिए इस महीने को बेहद महत्वपूर्ण महीना माना जाता है। इन दिनों तापमान 40 के पार जा रहा है।
मौसम विभाग के मुताबिक यह स्थिति 15 मई तक तापमान में उतार-चढ़ाव की स्थिति ऐसी ही रहने वाली है। उसके बाद गर्मी से कुछ राहत मिल पाएगी। वहीं यदि हम ज्योतिष की बात करें, तो फिलहाल ग्रहों की स्थिति ऐसी बनी हुई है कि मौसम कभी भी अपने तेवर बदल सकता है। ग्रह-नक्षत्रों की चाल ने फिलहाल मौसम (weather alert weather will be change again in India, Impact of guru chandal yog 2023, big change in weather of india) को अपने वश में कर रखा है।
भोपाल के ज्योतिषाचार्य पं. जगदीश शर्मा का कहना है कि मौसम की भविष्यवाणी करने संबंधित जानकारी, ज्योतिष के प्राचीन ग्रंथों वृहद संहिता, नारद संहिता, भविष्य भास्कर आदि में मिलती है। इन शास्त्रों के अध्ययन बताता है कि शुक्र, गुरु, बुध और चंद्रमा जल तत्व के ग्रह माने जाते हैं। ये सभी ग्रह वर्षा (weather alert weather will be change again in India, Impact of guru chandal yog 2023, big change in weather of india) के लिए जिम्मेदार होते हैं। वहीं सूर्य, केतु, मंगल और शनि ग्रह मौसम में गर्मी बढ़ाने वाले ग्रह होते हैं। राहु एक ऐसा ग्रह है, जो वायु का जोर दिखाता है। तो बड़े और गंभीर मौसमी बदलाव का कारण शनि, गुरु और मंगल को माना जाता है।
ग्रहों की स्थिति बताती है फिलहाल ऐसा रहेगा मौसम
शुक्र, बुध और चंद्रमा छोटे और तेजी से मौसम में बदलाव के लिए जिम्मेदार होते हैं। फिलहाल मेष राशि में गुरु और राहु की युति बनी हुई है। इस युति से गुरु चांडाल योग का निर्माण होता है। गुरु चांडाल योग बेमौसम बरसात का योग बनाता है। मेष राशि में यह योग 30 अक्टूबर तक रहने वाला है। 30 अक्टूबर को राहु जब अपनी राशि बदलेंगे, तो मौसम का हाल भी बदलेगा।
अक्टूबर तक ग्रह मौसम को बनाए रखेंगे मूडी
ज्योतिष एक्सपर्ट की मानें तो गुरु और राहु की युति स्रह्य कारण बेमौसम बारिश होती है। पिछले दिनों बेमौसम बारिश का कारण यही था। दरअसल देव गुरु बृहस्पति ने मेष राशि में 22 अप्रैल 2023 को गोचर किया था। गुरु ग्रह हर एक राशि में 12 से 13 महीने तक गोचर करते हैं। वहीं अभी राहु भी मेष राशि में ही हैं। राहु 30 अक्टूबर को अपनी राशि में परिवर्तन करेगा। यह ग्रह 18 महीने में राशि परिवर्तन करता है। इस तरह से मेष राशि में गुरु राहु की युति 30 अक्टूबर तक यानी राहु के राशि परिवर्तन तक बनी रहेगी। वहीं शनि अभी कुंभ राशि में हैं और यह चांडाल योग पर अपनी तीसरी यानी टेढ़ी नजर डाल रहे हैं। हालांकि मौसम में कुछ उतार-चढ़ाव भी देखने को मिलेंगे। स्थिति यह बनी हुई है कि मौसम एक बार फिर करवट बदलने वाला है। देश के कई हिस्सों में राहु तेज हवा और आंधी की परिस्थितियों का निर्माण करेंगे, तो गुरु और राहु दोनों मिलकर अपने चांडाल योग से बेमौसम बारिश का दौर शुरू करेंगे। खासतौर पर उत्तरी राज्यों में बारिश का असर दिखेगा। बारिश के कारण भूस्खलन, बाढ़ के योग भी बन रहे हैं।
यहां जानें मौसम के हाल पर क्या कहते हैं वैज्ञानिक
फिलहाल देश के अंडमान-निकोबार में बारिश का दौर जारी है। अगले पांच दिन में दक्षिणी राज्यों में, उत्तरी राज्यों में, पूर्वी और पश्चिमी राज्यों के साथ ही मध्य भारत में भी यही स्थिति रहेगी। आंधी-तूफान के साथ हल्की या तेज बारिश हो सकती है। ओले ग
इस बार ऐसा रहेगा मानसून
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक इस बार देश में मानसून पर अलनीनो का असर दिख सकता है। हालांकि अलनीनों का भारत के मानसून से सीधा संबंध नहीं है। लेकिन वर्तमान स्थिति को देखते हुए कहा जा सकता है कि इस बार मानसून सामान्य रहेगा। प्री मानसून की एक्टिविटीज इस बार मई के अंतिम दिनों में नजर आ सकती हैं। वहीं स्काई मेट की रिपोर्ट कहती है कि मानसून सामान्य से कम रहेगा। लेकिन ज्योतिष एक्सपर्ट की मानें तो इस बार ग्रहों की स्थिति बारिश के योग बना रही है।
ज्योतिष एक्सपर्ट की माने तो ऐसा रहेगा मानसून
दरअसल इस वर्ष कैसा रहेगा मानसून इस साल विक्रम संवत 2080 शुरू हुआ है। यह पिंगल नाम का संवत्सर है। इस वर्ष का राजा बुध है। यानी यह साल खुशहाली लाने साल है। वहीं इस वर्ष का मंत्री शुक्रहै। शुक्र प्राकृतिक आपदाओं या प्रकोपों को बढ़ाने वाला माना जाता है। यानी इसके प्रभाव से इस साल वर्षा, भूस्खलन बाढ़ आदि का प्रकोप रह सकता है। अति से अधिक वर्षा होने के कारण किसानों की समस्याएं बढ़ेंगी। यह साल शुक्र के प्रभाव के कारण जन और धन की हानि के संकेत दे रहा है। इस संवत्सर का बास धोबी के घर में हैं तथा वर्षा का स्वामी ग्रह मेघेश गुरु, जो कि फलों का भी स्वामी ग्रह है, इससे अच्छी वर्षा होगी और विकास का रास्ता खुलेगा। वहीं मौसम की बात करें, तो इस साल का जो मौसम सूर्य की तपिश से परेशान करने वाला रहेगा। कहीं-कहीं सूखा, कहीं वर्षा में कमी, लेकिन पूर्वी और उत्तरी भारत में भीषण गर्मी के साथ अच्छी वर्षा देने वाला है। मानसून के दौरान उत्तर और मध्य भारत के साथ-साथ पश्चिमी पूर्वी तथा दक्षिणी भारत में भारी वर्षा का कहर रहेगा। कुछ प्रदेशों में नदियों का जलस्तर भारी उफान पर रहेगा। बाढ़ के हालात बनेंगे। भूस्खलन, बादल फटना, बिजली गिरने आदि का नुकसान झेलना होगा। समुद्र में तूफान, सूनामी से जन हानि के योग बने हुए हैं।
Updated on:
11 May 2023 12:47 pm
Published on:
10 May 2023 03:50 pm
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